बीजापुर : नक्सल विरोधी अभियान के तहत जंगल में सर्च ऑपरेशन के लिए गई पुलिस टीम आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गई. इस आईईडी ब्लास्ट में एक जवान घायल हुआ है. जिसे तुरंत इलाज के लिए बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आपको बता दें कि डीआरजी बीजापुर की टीम नक्सल विरोधी अभियान के तहत थाना जांगला और नैमेड़ के सीमावर्ती गांव कैका, दूरधा और मोसला की ओर निकली थी.
वापसी के दौरान आईईडी की चपेट में आया जवान : डीआरजी की टीम सर्च ऑपरेशन के बाद वापस कैंप लौट रही थी. तभी दोपहर एक बजे दूरधा के जंगल में प्रेशर आईईडी फटने से आरक्षक सन्नू हेमला घायल हो गया. जिसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल बीजापुर में भर्ती कराया गया है. घायल जवान की हालत अभी सामान्य बताई जा रही है. थाना जांगला में घटना के संबंध में कार्रवाई की जा रही है.
सुरक्षाबल के जवान सर्च ऑपरेशन में जुटे : आईईडी ब्लास्ट के बाद पुलिस की टीम ने तुरंत घटना स्थल को घेर लिया और जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया है.साथ ही साथ बम निरोधक दस्ते की मदद से कच्चे रास्तों का मुआयना किया जा रहा है.ताकि भविष्य में आईईडी ब्लास्ट की घटनाएं ना हो सके.
दंतेवाड़ा में नक्सली हुए थे ढेर : आपको बता दें कि बुधवार को बस्तर के दंतेवाड़ा में पुलिस नक्सल एनकाउंटर हुआ.जिसमें नहाड़ी और छोटे हिड़मा के जंगलों में डीआरजी ने दो हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया. दंतेवाड़ा का नहाड़ी जंगल धुर नक्सल प्रभावित एरिया है. इससे सटा छोटे हिड़मा नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना बना हुआ था.लेकिन डीआरजी के जवानों ने इस नक्सल बेल्ट में सर्च ऑपरेशन चलाया.जिसके बाद नक्सलियों ने फायरिंग कर दी.
बैकफुट पर हैं नक्सली :पिछले कुछ महीनों में सुरक्षाबलों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में गश्त बढ़ाई है. जिसके कारण नक्सलियों को छिपने के लिए जगह नहीं मिल रही. यही वजह है कि आए दिन नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है. पिछले माह ही नक्सलियों के कई स्मारकों को सुरक्षाबल के जवानों ने ध्वस्त किया था. इसके अलावा जवानों ने नक्सली क्षेत्रों में सर्चिंग के दौरान भारी मात्रा में गोला बारूद भी जब्त किया है.