जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों का कहना है कि कलेक्टर द्वारा बैंक के कर्मचारियों को महंगाई सूचकांक वेतनमान देने के निर्देश पहले ही दिए गए थे, लेकिन अभी तक सहकारी संस्था रायपुर द्वारा पंजीयक संबंधी कोई फैसला नहीं लिया गया है. इसके कारण कर्मचारी इस सुविधा से वंचित हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि दो बार कर्मचारी संघ अपनी मांग रख चुका है, लेकिन उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. इस व्यवस्था के लागू होने के बाद सरकार के ऊपर अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं आएगा और बैंक अपने फंड से कर्मचारियों के वेतनमान स्वीकृत करेगा. सांकेतिक प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि जल्द उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.