बीजापुर: हर साल 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को नशा और इससे होने वाले कुप्रभाव के प्रति जागरूक करना है.
नशे की रोकथाम के लिए 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है.इस मौके पर ऑनलाइन प्रोग्राम के जरिए लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक किया गया है. इस ऑनलाइन कार्यक्रम में जिला प्रशासन के कई अधिकारी शामिल हुए.
जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर, जिला परियोजना समन्वयक राजीव गांधी शिक्षा मिशन बीजापुर और जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीजापुर के सहयोग से सभी विद्यालय, महाविद्यालयों में पढ़ रहे विद्यार्थियों में नशापान के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए जागरूक किया जा रहा है.
स्कूली बच्चों को भी नशे के खिलाफ किया गया जागरूक
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र में नशा मुक्ति संबंधित कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्देश दिया.
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नशे के गिरफ्त में आ रहे युवा
26 जून को हर साल अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया जाता है. इसे सबसे पहली बार 1987 में मनाया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे और इससे होने वाले कुप्रभावों के प्रति जागरूक करना है. इस दिन दुनियाभर के सभी देशों में नशीली दवाओं और ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाता है. हर साल ड्रग एडिक्ट्स की संख्या बढ़ती जा रही है. डॉक्टर्स का मनाना है कि आज का युवा डिप्रेशन में आकर नशा का रास्ता चुनते हैं. जो कि समाज के लिए काफी घातक है.
नशे की वजह से लगातार बढ़ रहा अपराध
ड्रग्स के गिरफ्त में आ चुके युवाओं को नशे की लत से दूर रखना जरूरी है. नशे की वजह से ही लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं. अगर युवाओं को समय रहते नहीं रोका गया तो हमारे देश का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ सकता है.