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SPECIAL: अपनी जान हथेली पर रख दूसरों की जान बचाने वाली 'देवदूतों' से मिलिए

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Published : Oct 28, 2019, 11:43 PM IST

Updated : Oct 29, 2019, 9:56 AM IST

नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के अंदरूनी इलाके में रहने वाले गांववालों के दिलों में इन दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (ANM) ने अपने सेवा भाव से जगह बना ली है. आप भी देखिए इन कार्यकर्ताओं की जाबाजी.

बीजापुर के जाबाज ANM कार्यकर्ता

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके से ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं, जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था बीमार नजर आती है. लेकिन हम जिनसे आपको मिलवाने जा रहे हैं वो नाउम्मीदी के दौर में उस आशा की तरह हैं, जो ये विश्वास दिलाती है कि कभी न कभी सुधार तो होगा.

बासागुड़ा स्वास्थ्य केंद्र की ANM आसूरिया राव और भैरमगढ़ ब्लॉक के नेलासनार से रानी मंडावी ये दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ता भरी नदी पार कर बीमार लोगों का इलाज करने जाती हैं. दुर्गम इलाकों में रहने वाले गांववालों के दिलों में इन दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने अपने सेवा भाव की वजह से जगह बना ली है.

बीजापुर के जाबाज ANM कार्यकर्ता

नदी पार कर दुर्गम अंचलों में जाते हैं ANM
नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के भैरमगढ़, उसूर और भोपालपटनम विकासखण्ड के स्वास्थ्य केंद्रों में ANM स्वास्थ्य सेवा टीम को 25 किलोमीटर दूर उप-स्वास्थ्य केन्द्र कोण्डापल्ली और नरोनपल्ली समेत हर विकासखण्ड के अंतर्गत आने के लिए नदी पार कर जाना होता है.

बासागुड़ा के टेकुलगुड़ा ग्राम पंचायत जैसे और भी पंचायत हैं जहां सरकार की नहीं बल्कि जनता की सरकार का राज चलता है. अतिसंवेदनशील क्षेत्र होने की वजह से यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी सुविधाएं न के बराबर है और ऐसी परिस्थिति में भी इन महिलाओं का जज्बा देखिए, जिन्हें न अपनी जान की परवाह है और न ही किसी चीज का भय.

पढ़ें-सीएम हाउस में उमड़ा जन सैलाब, धूमधाम से मन रहा गौठान दिवस

सेवा से हैं ग्रामीण खुश
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि, ये नर्स आती हैं चेकअप करती हैं, दवाईयां देती हैं और इसके साथ ही सेहत से जुड़ी जानकारियां भी देती हैं.

ये ANM कार्यकर्ता लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए जान जोखिम में डालकर इनके बीच पहुंचती हैं और प्राथमिक उपचार करती हैं. इसके अलावा लोगों को बीमारियों से बचने की जानकारियां देती हैं. ANM कार्यकर्ताएं गर्भवती महिलाओं को जरूरी जानकारियां भी मुहैया कराती हैं. दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में इनकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं समय पर मिल पा रही है.

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके से ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं, जिसमें स्वास्थ्य व्यवस्था बीमार नजर आती है. लेकिन हम जिनसे आपको मिलवाने जा रहे हैं वो नाउम्मीदी के दौर में उस आशा की तरह हैं, जो ये विश्वास दिलाती है कि कभी न कभी सुधार तो होगा.

बासागुड़ा स्वास्थ्य केंद्र की ANM आसूरिया राव और भैरमगढ़ ब्लॉक के नेलासनार से रानी मंडावी ये दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ता भरी नदी पार कर बीमार लोगों का इलाज करने जाती हैं. दुर्गम इलाकों में रहने वाले गांववालों के दिलों में इन दोनों स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने अपने सेवा भाव की वजह से जगह बना ली है.

बीजापुर के जाबाज ANM कार्यकर्ता

नदी पार कर दुर्गम अंचलों में जाते हैं ANM
नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के भैरमगढ़, उसूर और भोपालपटनम विकासखण्ड के स्वास्थ्य केंद्रों में ANM स्वास्थ्य सेवा टीम को 25 किलोमीटर दूर उप-स्वास्थ्य केन्द्र कोण्डापल्ली और नरोनपल्ली समेत हर विकासखण्ड के अंतर्गत आने के लिए नदी पार कर जाना होता है.

बासागुड़ा के टेकुलगुड़ा ग्राम पंचायत जैसे और भी पंचायत हैं जहां सरकार की नहीं बल्कि जनता की सरकार का राज चलता है. अतिसंवेदनशील क्षेत्र होने की वजह से यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी सुविधाएं न के बराबर है और ऐसी परिस्थिति में भी इन महिलाओं का जज्बा देखिए, जिन्हें न अपनी जान की परवाह है और न ही किसी चीज का भय.

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सेवा से हैं ग्रामीण खुश
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि, ये नर्स आती हैं चेकअप करती हैं, दवाईयां देती हैं और इसके साथ ही सेहत से जुड़ी जानकारियां भी देती हैं.

ये ANM कार्यकर्ता लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए जान जोखिम में डालकर इनके बीच पहुंचती हैं और प्राथमिक उपचार करती हैं. इसके अलावा लोगों को बीमारियों से बचने की जानकारियां देती हैं. ANM कार्यकर्ताएं गर्भवती महिलाओं को जरूरी जानकारियां भी मुहैया कराती हैं. दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में इनकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं समय पर मिल पा रही है.

Intro:
बीजापुर- कुछ अच्छा कर गुजरने का दिल में जज्बा हो तो हर मुश्किल राह भी आसान हो जाती है,ऐसे ही धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में स्वास्थ्य सेवा का अलख जगा रही है एएनएम और इनका साथ दे रहे हैं वर्कर।

Body:अंदरूनी इलाको में ग्रामीणों की सेवा के भाव ने न केवल बीहड़ों में स्वास्थ्य सेवाये दे रहे है वही इस क्षेत्रों के लोगों के लिए दिलों मे भी अपना कब्जा जमाया है ।
हम बता रहे है धुर नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर के भैरमगढ़,उसूर,भोपालपटनम विकासखण्ड  के स्वास्थ्य केंद्रों की 25 किलो मीटर दूर उप स्वास्थ्य केन्द्र कोण्डापल्ली नरोनपल्ली समेत हर विकासखण्ड के अंतर्गत आने नदी पार कर जाना पड़ता है स्वास्थ्य सेवा टीम को । बासागुड़ा के टेकुलगुडा  ग्राम पंचायत जैसे और भी पंचायत की है।जंहा सरकार की नहीं जनताना सरकार की राज चलता हैं।अति संवेदनशील क्षेत्र  होने के चलते शिक्षा, स्वास्थ्य, और सरकारी सुविधाएं न के बराबर हैं।ऐसे में टेकुलगुडा के भरे नदी को पार कर बासागुडा स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम श्रीमती ऑंसूरिया राव और भैरमगढ़ ब्लाक के नेलासनार से रानी मंडावी।
Conclusion:यंहा के ग्रामीणो से मिलकर स्वास्थ्य सेंवाए देती हैं। गर्भवती महिलाओं का टीकारण से लेकर प्रसव तक व बच्चों  व लोगों के प्राथमिक उपचार के लिए भी श्रीमती राव जान जोखिम में डालकर  इनके बीच  पहुंचती है और उपचार करती है।कैसे बीमारियों से बचा जाये,कैसे गर्भवती महिलाओं को एहतियात बरतनी चाहिये, बीमारी मे क्या खाना चाहिए इन सब की जानकारी एएनएम देती है ।
बाईट - रामराव,ग्रामीण
बाईट - समैया युवक
बाईट - नीमैया ग्रामीण
Last Updated : Oct 29, 2019, 9:56 AM IST
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