बेमेतरा: जिले में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर है. गुरुवार से लगातार जारी बारिश का खासा असर देखने को मिल रहा है. कुछ जगह कच्चे मकान ढहे तो, कहीं पेड़ पौधे गिरे पड़े हैं. कई गांवों का जिला मुख्यालय से भी संपर्क टूट चुका है. सैकड़ों एकड़ की फसल भी जलभराव से बर्बाद हो गई है.
जिले के परपोड़ी, देवकर, बेरला, दाढ़ी, नांदघाट जैसे क्षेत्रों में शिवनाथ और हाफ नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. हजारों एकड़ की फसलों में पानी भर गया है. नांदघाट बस स्टैंड में जलभराव के कारण प्रशासन ने बस स्टैंड की दुकानों को खाली करा दिया है. घाट ब्रिज पर पानी चढ़ने के कारण आवागमन सुबह से ही बंद करा दिया गया है.
टापू में तब्दील हो रहे ग्रामीण
शिवनाथ नदी और हाफ नदी के साथ ही सुरही नदी भी खतरे के निशान से उप बह रही है. जिले के नदी किनारे बसे 100 से ज्यादा गांव में अलर्ट जारी किया गया है. करमसेन और सूखाताल सहित कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. मगरघटा, घोबघट्टी, तरपोंगी सहित कई गांव का जिला और ब्लॉक मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. पुल डुब जाने के कारण भी जिले का भाटापारा और दुर्ग से संपर्क टूट गया है.
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दशकों बाद सुरही ने मचाई तबाही
छत्तीसगढ़ में हो रही मूसलाधार बारिश से देवकर में बहने वाली सुरही नदी का दशकों बाद रौद्र रूप देखने को मिला है. आलम ये है कि देर रात तक शहर की ज्यादातर बस्तियां जलमग्न हो गई है. कई इलाकों में लोगों के घर में पानी घुस गया है. पुलिस चौकी और शासकीय अस्पताल और सरकारी कार्यालयों में पानी भरने से मुख्य बस्ती से उनका संपर्क टूट गया है.
अब तक 1019.77 मिमी बारिश दर्ज
जिला कार्यालय के भू-अभिलेख कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक जिले में 1 जून से अबतक 1019.77 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसमें बेमेतरा ब्लॉक में 1331.84 मिलीमीटर, बेरला ब्लॉक में 980.30 मिलीमीटर साजा ब्लॉक में 980.72 मिलीमीटर, थानखम्हरिया क्षेत्र में 971.54 मिलीमीटर और नवागढ़ क्षेत्र में 834.48 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.