बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में मार्च महीने की शुरुआत के साथ गर्मी बढ़ गई है. प्रदेश के ज्यादाता जिलों में तापमान 36 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. कड़ी धूप ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है. बढ़ती गर्मी में तेज धूप के साथ-साथ पानी की कमी और बंद पड़े हैंडपंप ने भी लोगों को परेशान कर रखा है.
बेमेतरा में भूजल स्तर तेजी से नीचे गिरने लगा है. गिरते भूजल स्तर की वजह से पानी की समस्याएं शुरू हो गई है. जिले में 324 सरकारी हैंडपंप बंद पड़े हुए हैं. नल जल योजना का लोगों को सुचारू रूप से लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है. आलम यह है कि पेयजल के लिए लोग कतार लगाये दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा जीवनदायिनी शिवनाथ, खारुन, हांफ, सुरही नदी की धार भी सूख रही है. पानी की बढ़ती समस्या को देखते हुए मंगलवार को कलेक्टर शिवअनंत तायल ने आला अधिकारीयों की बैठक ली है.
सीएमओ को जारी किया नोटिस
मंगलवार को बेमेतरा कलेक्टर शिवअनंत तायल ने जिले के आला अधिकारीयों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने गर्मी को ध्यान में रखकर हैंडपंपों के संधारण और सुधारण कार्य करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही नहरों के जरिए गांव में निस्तारी तालाब में पानी की आपूर्ति बनाए रखने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए. तांदुला जलाशय नहर से बेरला अंचल के कई गांव में तलाब भरने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक के दौरान मारो और देवकर गांव के सीएमओ अनुपस्थित रहे. दोनों को शो-काज नोटिस जारी किया गया है.
फिर बढ़ी गर्मी: तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी
324 हैंडपंप बंद
जिले के 4317 सरकारी हैंडपंपों में 3993 हैंडपंप चालू है. 324 हैंडपंप भूजल स्तर नीचे गिर जाने की वजह से बंद पड़े हुए हैं. पावर पंप भी बंद है. उन्होंने बताया कि नल जल योजना की 10 योजनाओं में 9 अधूरी पड़ी हुई है. केवल एक क्रियान्वित है. यदि समय रहते जिम्मेदारों ने पेयजल के लिए समुचित प्रबंध नहीं किए तो लोगों को गर्मी में गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.