बेमेतरा: जिले के खंडसरा चौकी के तहत हत्या का मामला सामने आया है. जिसमें आरोपियों ने मृत नाबालिग को गांव से दूर तालाब में फेंक दिया था. मामले में अज्ञात शव की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है, वहीं एक नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड को सौंप दिया गया है.
पूरा मामला बेमेतरा जिले के खंडसरा चौकी के अंतर्गत ग्राम बोरिया का है. जब गांव के तालाब में एक नाबालिग लड़के का शव बरामद किया गया. पुलिस जांच में जुटी, तो शव की पहचान ग्राम खुरुसबोड निवासी के रूप में हुई, जो कई दिनों से लापता था. परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने संदेहियों से पूछताछ शुरू की, तो खुरुषबोड निवासी ओमप्रकाश साहू ने अपराध करना स्वीकार किया.
ये है पूरा मामला
दरअसल 9 नवंबर की शाम 7 बजे खुरुषबोड निवासी ओमप्रकाश साहू ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने के लिए दिया. नाबालिग बेटा ट्रैक्टर को बैक रिवर्स कर रहा था, तभी 15 वर्षीय नाबालिग ट्रैक्टर की चपेट में आ गया और मौके पर उसकी मौत हो गई. आरोपी के पिता ने इस घटना की सूचना अपने जीजा शिवकुमार साहू (निवासी कबीरधाम) को दी. दोनों ने मिलकर 15 वर्षीय लड़के की लाश की पहचान छिपाने की नीयत से उसे जलाकर उसे दूसरे गांव बोरिया के तालाब में फेंक दिया था. ताकि लोग उसे पहचान न सकें. मामले में अब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है.
बच्चे के आरोपों को पिता ने छिपाया
बोरिया गांव में मिले अज्ञात लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. एक पिता ने उस मौत के लिए जिम्मेदार अपने नाबालिग बच्चे को बचाने के लिए अपने जीजा के साथ मिलकर लाश को जलाने और पहचान छिपाने की नीयत से तालाब में फेंक दिया, लेकिन अब पूरे मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.