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बेमेतरा: पंचायत सचिव को हटाने सड़क पर उतरे ग्रामीण, नेशनल हाईवे किया जाम

बेमेतरा के ग्राम पंचायत करमसेन के ग्रामीणों ने बुधवार को पंचायत सचिव को हटाने की मांग को लेकर रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया. नवागढ़ एसडीएम और एसडीओपी ने मौके पर पहुंच नए सचिव को पदभार सौंप ग्रामीणों को समझाइश दी.

traffic jam on Raipur-Bilaspur National Highway
रायपुर -बिलासपुर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम
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Published : Jun 11, 2020, 1:05 PM IST

Updated : Jun 11, 2020, 7:46 PM IST

बेमेतरा : जिले में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर धारा 144 लागू है. बावजूद इसके करमसेन गांव के लोगों ने बुधवार को पंचायत सचिव को हटाने की मांग को लेकर रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे के खैरा मोड़ पर चक्काजाम कर दिया. नवागढ़ एसडीएम डीआर डहरिया और एसडीओपी आर बर्मन मौके पर पहुंचे, जिसके बाद गांव में दूसरे प्रभारी पंचायत सचिव को ग्रामीणों को समझाने का जिम्मा सौंपा गया. इसके बाद प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को शांत कराया गया.

रायपुर -बिलासपुर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम

मामला ग्राम पंचायत करमसेन के सचिव घनश्याम प्रसाद जायसवाल से जुड़ा हुआ है, जिनका तबादला कुछ महीने पहले हुआ था, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें रिलीव नहीं किया. ग्रामीणों ने इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया और धारा 144 प्रभावी होने के बाद भी सड़क पर उतर आए. लगभग 30 मिनट तक ग्रामीण सड़क पर डटे रहे रहे, जिसके बाद नए सचिव को पद प्रभार देने के बाद ग्रामीणों ने सड़क को खाली कर दिया.

पढ़ें:-बेमेतरा: क्वॉरेंटाइन अवधि का उल्लंघन करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, आदेश जारी

कलेक्टर ने दी थी समझाइश

एसडीएम डहरिया ने बताया कि, ग्रामीणों को कलेक्टर ने भी समझाया था कि, सभी कार्य नियम से होंगे, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और सड़कों पर उतर आए. मिली जानकारी के मुताबित पुलिस अभी तक धारा 144 के हनन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.

पढ़ें:-सावधान: तेज रफ्तार वाहन पर पुलिस की है पैनी नजर

धारा 144 के बाद भी चक्का जाम

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जहां, लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. वहीं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण धारा 144 के बावजूद चक्काजाम करने के लिए मजबूर हैं. जिससे जिले की प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है.

बेमेतरा : जिले में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर धारा 144 लागू है. बावजूद इसके करमसेन गांव के लोगों ने बुधवार को पंचायत सचिव को हटाने की मांग को लेकर रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे के खैरा मोड़ पर चक्काजाम कर दिया. नवागढ़ एसडीएम डीआर डहरिया और एसडीओपी आर बर्मन मौके पर पहुंचे, जिसके बाद गांव में दूसरे प्रभारी पंचायत सचिव को ग्रामीणों को समझाने का जिम्मा सौंपा गया. इसके बाद प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को शांत कराया गया.

रायपुर -बिलासपुर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम

मामला ग्राम पंचायत करमसेन के सचिव घनश्याम प्रसाद जायसवाल से जुड़ा हुआ है, जिनका तबादला कुछ महीने पहले हुआ था, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें रिलीव नहीं किया. ग्रामीणों ने इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया और धारा 144 प्रभावी होने के बाद भी सड़क पर उतर आए. लगभग 30 मिनट तक ग्रामीण सड़क पर डटे रहे रहे, जिसके बाद नए सचिव को पद प्रभार देने के बाद ग्रामीणों ने सड़क को खाली कर दिया.

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कलेक्टर ने दी थी समझाइश

एसडीएम डहरिया ने बताया कि, ग्रामीणों को कलेक्टर ने भी समझाया था कि, सभी कार्य नियम से होंगे, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और सड़कों पर उतर आए. मिली जानकारी के मुताबित पुलिस अभी तक धारा 144 के हनन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.

पढ़ें:-सावधान: तेज रफ्तार वाहन पर पुलिस की है पैनी नजर

धारा 144 के बाद भी चक्का जाम

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जहां, लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. वहीं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण धारा 144 के बावजूद चक्काजाम करने के लिए मजबूर हैं. जिससे जिले की प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है.

Last Updated : Jun 11, 2020, 7:46 PM IST
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