बेमेतरा: बारिश ने जिले के कई धान खरीदी केंद्रों में धान की बर्बादी कर दी है. देवरबीजा और बीजा के धान खरीदी केंद्रों में रखा हुआ हजारो क्विंटल धान बारिश की वजह से भीग चुका है. इसके साथ ही कई सोसायटियों में पानी भर गया है. वहीं टोकन लेने के बाद खरीदी के इंतजार में केंद्रों में अपना धान रखने वाले किसानों की परेशानी भी बढ़ गई है. किसान अब भी शासन से उम्मीद लगाए बैठे हैं.
जिले में बीते दो दिनों से हुई बारिश ने समितियों में पड़ा धान बर्बाद कर दिया है. किसानों के लिए यह बारिश एक तरह से मुसीबत बनकर आई है, जिनका धान सोसायटियों में अभी भी खरीदी के इंतजार में पड़ा हुआ है. वहीं पानी की निकासी के लिए समिति के कर्मचारियों को मशक्कत करते देखा गया.
परिवहन बंद होने से लाखों क्विंटल धान जाम
प्रदेशभर में धान खरीदी बंद हो चुकी है. वहीं समितियों के धान खरीदी केंद्रों में उठाव और दूसरे कामों की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. वहीं देवरबीजा सेवा सहकारी समिति खरीदी केंद्र में अभी धान परिवहन नहीं होने की वजह से 1 लाख 37 हजार 831 क्विंटल धान जमा पड़ा है. इसी तरह बीजा के धान खरीदी केंद्र में करीब 70 हजार धान रखा हुआ है.
शासन के आदेश का इंताजार
किसानों का कहना है कि, 'खरीदी केंद्रों में समय से पहुंचने पर भी बारदाने उपलब्ध नहीं थे. इसके साथ ही ऑनलाइन काम न होने की बात कही गई थी और अब हमारा कई क्विंटल धान यहां पड़े-पड़े भीग चुका है.'
सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक संतोष रजक ने बताया कि, 'बारिश को देखते हुए तिरपाल की व्यवस्था की गई थी, लेकिन तेज आंधी-तूफान की वजह से सब उड़ गए. 112 किसानों के 5 हजार 866 क्विंटल धान की खरीदी अभी बची हुई है. शासन के आदेश के बाद ही टोकन और धान उठाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.'
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बारिश ने शासन-प्रशासन की खोली पोल
देवरबीजा और बीजा के धान खरीदी केंद्र में शासन-प्रशासन की लापरवाही से भारी मात्रा में खुले में पड़े धान पूरी तरह भीग चुके हैं. दो दिनों से हुई लगातार बारिश ने सेवा सहकारी समितियों में शासन-प्रशासन की कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है.