बेमेतरा: लॉकडाउन की वजह से रोजी रोटी की तलाश में विभिन्न राज्यों में गए हुए मजदूर प्रदेश लौटने लगे हैं. इस कड़ी में बेमेतरा में भी विभिन्न राज्यों से मजदूर पहुंचने लगे हैं. इन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. क्वॉरेंटाइन सेंटरोंं में रहने वाले मजदूरों के लिए समाजसेवी संस्था के लोग इंडोर गेम की सामग्री और आध्यात्मिक किताबों का वितरण कर रहे हैं. प्रवासी मजदूर 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहते हैं, ऐसे में वे अपने खाली समय का बेहतर रुप से उपयोग कर सकते हैं.
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समाजसेवी ताराचंद माहेश्वरी और उनके साथियों ने एक अनोखी मिसाल पेश की है. ये समाजसेवी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में खेल सामग्री जैसे- रस्सीकूद, भंवरा, बाटी, लूडो और महापुरुषों की जीवनी और आध्यात्मिक किताबों का वितरण कर रहे हैं. समाजसेवी ने बताया कि क्वॉरेंटाइन का समय ये सभी मजदूर बेहतर रुप से उपयोग कर सकें, इसलिए ये सभी सामग्री वितरित की जा रही है.
अन्य गांवों के क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी कर रहे सामग्री वितरित
समाजसेवी ताराचंद माहेश्वरी ने बताया कि ताला, चोरभट्टी के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में खेल सामग्रियों का वितरण कर रहें हैं. इसके साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रहने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रहें हैं और समाजसेवी महिलाओं को घरेलू उत्पाद के जरिए रोजगार के अवसर मुहैया करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहते समय बोर होने लगते हैं. इस बीच उनके समय का सही रुप से उपयोग हो सके इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. गर्मी को देखते हुए सूती गमछा भी वितरित किए गए हैं.