बेमेतरा: जिला निर्माण के 7 साल बाद भी जिले के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. हालत ये है कि जिले के हाईस्कूलों में केवल दो ही प्राचार्य हैं. बाकी सभी स्कूल प्रभारियों के भरोसे संचालित हो रहे हैं. शिक्षकों की कमी का सीधा असर बच्चों के परीक्षा परिणाम पर देखा जा रहा है. जिले में शिक्षकों की कुल 7575 स्वीकृत पद हैं, जिसमें से 5248 पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं. वहीं 2 हजार 327 पद खाली हैं.
नगर के पुराने पीजी महाविद्यालय में भी सालों से प्रोफेसर की कमी है. कई बार इसकी शिकायत भी की गई है, लेकिन अब तक शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है. अतिथि प्राध्यापकों के भरोसे पीजी कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जो युवाओं के भविष्य के साथ खिड़वाड है. स्कूलों में शिक्षकों की कमी की वजह से बच्चों के परीक्षा परिणाम पर प्रभाव पड़ रहा है.
ये हैं आंकड़े-
जिला शिक्षा अधिकारी सीएस ध्रुव ने बताया कि जिले के कुल 1296 स्कूल हैं, जिनमें 169959 विद्यार्थी हैं और केवल 5248 शिक्षक हैं. प्राथमिक स्कूलों में 3648 पदों में से 2512 पदों पर शिक्षक हैं और 1136 पद खाली है. वहीं पूर्व माध्यमिक स्कूलों में 2204 पदों में से 1449 पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं और 755 पद खाली है. इसी तरह हाईस्कूलों के 73 प्राचार्य पदों में से 2 ही पदों पर प्राचार्य कार्यरत है. 71 पद खाली हैं और हायरसेकंडरी स्कूलों में 1557 पदों में 1252 लेक्चरर कार्यरत हैं, 305 पद खाली हैं.