बेमेतरा : भाइयों तक राखी पहुंचाने में बहनों को कोई दिक्कत न हो इसलिए रविवार को भी डाकघर खुले रहेंगे. सोमवार यानी 3 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा. हर साल बहने दूरदराज से अपने भाइयों को रक्षाबंधन के मौके पर राखियां भेजती हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर महिलाएं अपने भाइयों को डाक के जरिए राखी भेज रही हैं. वहीं राखी भेजने में आ रही समस्या को दूर करने और बहनों के भेजी हुए राखी को तय समय पर पहुंचाने के लिए डाकघर में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.
सोमवार को होने वाले रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर घरों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, लेकिन लॉकडाउन लागू होने से रक्षाबंधन का बाजार कमजोर नजर आ रहा है. इस साल कोरोना की वजह से लोगों में डर देखा जा रहा है. इस लिहाज से दूर दराज में रहने वाले भाइयों को राखी पहुंचाने में बहनों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए डाक विभाग तैयार नजर आ रहा है. रविवार को जिले में डाकघर खुले रहेंगे. वहीं राखी का वितरण भी किया जाएगा. इस बार कोविड-19 की वजह से डाक में आने वाली राखियों की संख्या 20 फीसदी तक बढ़ गई है.
दुर्ग से चल रही है विशेष गाड़ी
डाकघर से मिली जानकारी के मुताबिक डाक गाड़ियों और यात्री गाड़ियों के बंद होने की वजह से जिला मुख्यालय और दुर्ग डिवीजन के डाकघर से एक स्पेशल गाड़ी रक्षाबंधन के मद्देनजर चलाई जा रही है, जो दुर्ग से होकर बिलासपुर और रायपुर से नागपुर के बीच चलाई जा रही है. गाड़ी क्षेत्र के डाकघरों में इन राखियों को पहुंचाती है, जहां से उन्हें संबंधित स्थानों तक पहुंचा दिया जाता है. वहीं नगर में राखी संग्रहण के लिए पीली पिंटिया भी लगाई गई हैं.
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इस साल जेल में नहीं मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्योहार
जिला मुख्यालय के उप जेल में बंदियों को हर साल रक्षबंधन के दौरान बहने राखी बांधने आती थीं, जिस पर इस बार कोरोना के कारण रोक लगा दी गई है. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना की रोकथाम के लिए कैदियों से मुलाकात भी फिलहाल के लिए बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.