बेमेतरा : नगर में नेशनल हाईवे से जिला अस्पताल तक 2 करोड़ 33 लाख की लागत से बनी एप्रोच रोड (गौरव पथ ) में गड़बड़ी उजागर हुई है. निर्माण के सालभर बाद ही सड़क में दरारें पड़ने लगी है. डामरीकरण के बाद भी दरारें छुप नहीं सकी और निर्माण ने खराब सामग्री की पोल खोल दी.
इस सड़क के निर्माण में 2 करोड़ 33 लाख रुपये खर्च हुए हैं. ये सड़क 2019 में बनकर तैयार हुई, सालभर बाद ही सड़कों पर गड्ढे दिखने लगे. वही संबंधित ठेकेदार ने सड़क में डामरीकरण कर दरारें छिपाने का काम किया. इसके बावजूद दरारें दिखने लगी. नगर की पार्षद नीतू कोठारी ने आरटीआई से जानकारी की मांग करते हुए जांच की भी मांग की थी, इसके बावजूद जांच के नाम पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं पार्षद ने विभाग और ठेकेदार के बीच सामंठगांठ का आरोप लगाया है.
पढ़ें : आंदोलन कर रहे आदिवासियों पर सीएम ने उठाए सवाल, 'पुलिस कैंप का विरोध कौन करता है ?'
मरम्मत कार्य के बाद भी सड़क ने दिया जवाब
नगर की समाज सेविका और पार्षद नीतू कोठारी ने सूचना के अधिकार के तहत इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त की है. उन्होंने बताया कि सीसी रोड में हुई अनिमियता छिपाने के लिए 1 साल में ही सड़क पर डामरीकरण का कार्य कर दिया गया. पार्षद ने ठेकेदार और विभाग पर सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि निम्न स्तर के निर्माण समाग्री का उपयोग कर सड़क बनाई गई है. इससे सीसी रोड में दरारें आई हैं और सड़क बीच से फट गया है. पार्षद ने बताया कि डामरीकरण करने के बाद भी सड़क में दरारें है. जिसकी कड़ाई से जांच होना जरूरी है. वहीं मामले में कलेक्टर ने टीम भेजकर जांच कराने की बात कही है.