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बेमेतरा में एंटीजन किट खत्म होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी

बेमेतरा में कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत झोंक रखी है. जांच का दायरा बढ़ जाने के कारण जिले के विभिन्न जांच केन्द्रों में एंटीजन किट समाप्त हो गया है. जिससे मरीजों की परेशानिया बढ़ गई है.

एंटीजन किट, antigen kits
एंटीजन किट समाप्त होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी
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Published : Apr 12, 2021, 8:24 PM IST

बेमेतराः कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत झोंक रखी है. जांच का दायरा बढ़ जाने के कारण जिले के विभिन्न जांच केन्द्रों में एंटीजन किट समाप्त हो गया. हालांकि कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिया जा रहा था. ट्रूनॉट और आरटीपीसीआर के माध्यम से कोरोना जांच की जा रही है. जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर ने 10 अप्रैल से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन लगाया है. अबतक जिले में 9049 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हो चुकी है. जिसमें 5784 कोरोना पॉजिटिव उपचार के बाद स्वास्थ हो चुके हैं. 3146 कोरोना पॉजिटिव मरीज अब भी मौजूद हैं, जिनका इलाज जारी है.

एंटीजन किट, antigen kits
एंटीजन किट समाप्त होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी

क्यों जरुरी है एंटीजन किट?

एंटीजन किट से पांच मिनट के भीतर ही कोरोना की जांच रिपोर्ट आ जाती है. अब सभी अस्पतालों में कोरोना की जांच रिपोर्ट के बाद ही चिकित्सक मरीजों का इलाज करते हैं. ऐसे में अचानक एंटीजन किट समाप्त हो जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. जिसके कारण मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब इलाज के लिए मरीजों को कोरोना जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना पड़ रहा है.

एंटीजन किट, antigen kits
एंटीजन किट समाप्त होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी


आज से शुरू होगा इंडोर स्टेडियम का अस्थायी कोविड अस्पताल

जिले में 280 बेड की है सुविधा

जिले में कुल 9 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. बावजूद इसके कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. जिले में कोरोना संक्रमण के लिए 280 बेड मौजूद है. ऑक्सीजन की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. 10 आईसीयू बेड भी मौजूद है. साथ ही होम आइसोलेशन में भी उपचार की सुविधा दी जा रही है.

जिले में कोविड जांच में आई कमी

बेमेतरा जिला में एंटीजन किट की कमी होने से कोविड जांच में कमी आई है. जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है. संदिग्ध मरीजों का आरटीपीआर या ट्रूनॉट के जरिए जांच की जा रही है. जिसकी रिपोर्ट आने में देर होने से से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी जिले में जीवन रक्षक दवाई रेमडेसिवर इंजेक्शन का स्टॉक भी समाप्त होने की जानकारी मिल रही है. जिला टीकाकरण अधिकारी शरद कोहाड़े ने बताया कि अभी दवाई की कमी हो रही है, जल्द ही जिले में 300 रेमडेसिवर इंजेक्शन की सप्लाई आएगी. विभाग उच्च अधिकारियों को डिमांड नोट भेजा गया है.

बेमेतराः कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत झोंक रखी है. जांच का दायरा बढ़ जाने के कारण जिले के विभिन्न जांच केन्द्रों में एंटीजन किट समाप्त हो गया. हालांकि कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिया जा रहा था. ट्रूनॉट और आरटीपीसीआर के माध्यम से कोरोना जांच की जा रही है. जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर ने 10 अप्रैल से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन लगाया है. अबतक जिले में 9049 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हो चुकी है. जिसमें 5784 कोरोना पॉजिटिव उपचार के बाद स्वास्थ हो चुके हैं. 3146 कोरोना पॉजिटिव मरीज अब भी मौजूद हैं, जिनका इलाज जारी है.

एंटीजन किट, antigen kits
एंटीजन किट समाप्त होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी

क्यों जरुरी है एंटीजन किट?

एंटीजन किट से पांच मिनट के भीतर ही कोरोना की जांच रिपोर्ट आ जाती है. अब सभी अस्पतालों में कोरोना की जांच रिपोर्ट के बाद ही चिकित्सक मरीजों का इलाज करते हैं. ऐसे में अचानक एंटीजन किट समाप्त हो जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. जिसके कारण मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब इलाज के लिए मरीजों को कोरोना जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना पड़ रहा है.

एंटीजन किट, antigen kits
एंटीजन किट समाप्त होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी


आज से शुरू होगा इंडोर स्टेडियम का अस्थायी कोविड अस्पताल

जिले में 280 बेड की है सुविधा

जिले में कुल 9 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. बावजूद इसके कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. जिले में कोरोना संक्रमण के लिए 280 बेड मौजूद है. ऑक्सीजन की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. 10 आईसीयू बेड भी मौजूद है. साथ ही होम आइसोलेशन में भी उपचार की सुविधा दी जा रही है.

जिले में कोविड जांच में आई कमी

बेमेतरा जिला में एंटीजन किट की कमी होने से कोविड जांच में कमी आई है. जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय है. संदिग्ध मरीजों का आरटीपीआर या ट्रूनॉट के जरिए जांच की जा रही है. जिसकी रिपोर्ट आने में देर होने से से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी जिले में जीवन रक्षक दवाई रेमडेसिवर इंजेक्शन का स्टॉक भी समाप्त होने की जानकारी मिल रही है. जिला टीकाकरण अधिकारी शरद कोहाड़े ने बताया कि अभी दवाई की कमी हो रही है, जल्द ही जिले में 300 रेमडेसिवर इंजेक्शन की सप्लाई आएगी. विभाग उच्च अधिकारियों को डिमांड नोट भेजा गया है.

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