बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में निजी अस्पतालों की मनमानी से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बेमेतरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के नाम मोटी रकम वसूलने पर लोगों ने जमकर बवाल काटा है. शुक्रवार को मरीज के परिजनों ने अस्पताल परिसर पर जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि रुपए न देने पर अस्पताल की ओर से परिजनों को परेशान किया जा रहा है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला जिले के मोहभट्टा वार्ड के चेतना हेल्थ केयर अस्पताल का है. यहां जिला मुख्यालय से सटे बहेरा गां में हुए सड़क दुर्घटना में 15 साल का बच्चा घायल हो गया, जिसे परिजन बेमेतरा लेकर पहुंचे. सबसे नजदीक अस्पताल चेतना हेल्थ केयर था. परिजनों ने बच्चे की स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए यहां उसे भर्ती कराया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने प्राथमिक इलाज के बाद 50 हजार रुपये की मांग की. परिजन जब रुपये देने में सक्षम नहीं होने पर दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कहने लगे. तब अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने परिजनों को प्राथमिक उपचार के नाम पर 10 हजार देने की बात कही. साथ ही अस्पताल से बिना पैसे के घायल को नहीं ले जाने की बात कही.
मामला बिगड़ते देख अस्पताल ने परिजनों को सौंपा मरीज: इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया. अस्पताल परिसर में लोगों की भारी भीड़ जम गई. परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हालात को बिगड़ते देख बेमेतरा पुलिस और राजस्व के अधिकारी मौके पर पहुंचे.किसी तरह मामला शांत कराया गया.मामला बढ़ते देख अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को परिजनों को सौंप दिया.
बेमेतरा एसडीएम ने कही जांच की बात: इस पूरे मामले में मरीज के परिजन ने कहा कि, "अस्पताल प्रबंधन मनमाने ढ़ंग से पैसा वसूला कर रही है. प्राथमिक उपचार के नाम पर गरीबों से 50 हजार रु की मांग की जा रही है." वहीं, चेतन हेल्थ केयर अस्पताल के प्रबंधक मनु मिश्रा ने कहा कि "अस्पताल प्रबंधन की मामले में कोई गलती नहीं है. घायल के हाथ-पैर की हड्डी टूटी थी, जिसका रॉड और ऑपरेशन का खर्चा 50 हजार बताया गया है." इस पूरे मामले में बेमेतरा की एसडीएम सुरुचि सिंह ने कहा है कि "ग्रामीणों की शिकायत मिली है, जांच की जाएगी.
जहां एक ओर परिजन अस्पताल पर मोटी रकम न देने पर परिजनों को परेशान करने आरोप लगा रही है. वहीं, दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधक ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. प्रबंधक ने आरोपों को गलत बताया है.