बेमेतराः जिले में कोरोना संक्रमितों और लक्षणों के आधार पर डोर टू डोर कोरोना जांच कराने का प्लान है. इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग ने 'स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान' के तहत मितानिनों को सौंपी है. इस अभियान के तहत बेमेतरा के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के 1946 मितानिनों को काम पर लगाया गया है. मितानिन सप्ताह में 2 दिन बुधवार और गुरुवार को घर-घर जाकर सर्वे का काम करेंगी. कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में मितानिनों की भूमिका अहम मानी जा रही है.
जिले के 689 गांव में 1946 मितानिन निभा रही सक्रिय भूमिका
मितानिन अब जिले में मौजूद करीब 689 गांवों में जाकर घर-घर सर्वे करेंगी. इस दौरान संदिग्ध मरीजों को पीएससी और सीएससी में जांच कराने के लिए भेजेंगी. जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और स्क्रीनिंग सेंटरों में कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है. जांच के आधार पर मरीजों को कोरोना दवाई किट उपलब्ध कराया जाता है. कंटेनमेंट जोन में हर दिन सर्वे कर लक्षण के आधार पर दवाइयों का किट उपलब्ध कराया जाएगा. इसके साथ ही मितानिन गांवों में जाकर लोगों को कोरोना टीकाकरण के लिए जागरूक करेंगी.
दंतेवाड़ा में कोरोना महामारी के बीच घर-घर पौष्टिक आहार पहुंचा रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
लक्षण दिखने पर डॉक्टर की लें सलाह
जिला कोविड नोडल अधिकारी डॉ. ज्योति जसाठी ने बताया कि कोरोना का कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें. ऐसे में थोड़ी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है. इसलिए सर्दी, खांसी, सांस लेने में परेशानी, स्वाद नहीं आने पर, दस्त या उल्टी होने की स्थिति में मरीज जल्द जांच कराएं. इसके साथ ही चिकित्सीय परामर्श जरूर लें. उन्होंने बताया कि इन्हीं जानकारियों को इक्कट्ठा करने के लिए सर्वे कराया जा रहा है. जिसकी जिम्मेदारी मितानिनों को दी गई है.
सीएमएचओ ने की मितानिनों के कार्य की सराहना
CMHO डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉकों के 423 ग्राम पंचायतों के 689 गांवों में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जुटाई जा रही है. इसके लिए 90 मितानिन ट्रेनरों को लगाया गया है. जिनके माध्यम से जिले भर के मितानिनों को ट्रेनिंग दी गई है. जिससे समय से कार्य हो सके. कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर जरूरी कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान का अच्छे नतीजे आने की उम्मीद है.