बेमेतरा: ग्रामीण समूह पेयजल प्रदाय योजना के तहत जिले के खारा पानी से प्रभावित 56 गांव के लोगों के लिए शिवनाथ नदी के अमोरा घाट से मीठा पानी देने की योजना बनाई गई थी. इसके लिए 2016 में बैहरसरी गांव में पानी टंकी का निर्माण भी कराया गया था, लेकिन यहां के लोगों को एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है.
ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत जिला प्रशासन, पीएचई मंत्री और जिम्मेदारों से की, लेकिन आज तक किसी ने इसपर कोई सुध नहीं ली. अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण यहां के लोग खारा पानी को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि, पानी टंकी बनने के बाद गांव में करीब 7 दिनों के लिए पानी की सप्लाई की गई थी. इसके बाद पाइप लाइन में कोई खराबी आ गई, तब से आज तक इसे नहीं बनाया गया. सड़क निर्माण के दौरान सड़क किनारे बिछाई गई पाइप लाइन को भी उखाड़ कर फेंक दिया गया है.
गांव के भवानी साहू बताते हैं कि, ये हालात सिर्फ बैहरसरी गांव का नहीं है, बल्कि पास के गांव चरघट, बिरसिंधी, चरगवां के लिए भी पाइप लाइन इसी गांव से होकर गया है. जो जगह-जगह से खराब हो गई है. कमलेश साहू ने बताया कि, पानी टंकी महज शो पीस बनकर रह गया है.