बेमेतरा: जिले के मिड डे मील योजना के संचालनकर्ताओं को जून महीने के बाद से आवंटन नहीं मिला है. बीजाभाठ सहित कई स्कूल में मिड डे मील योजना बंद है. जहां योजना संचालित भी हो रही है तो वहां संचालनकर्ताओं को बाजार से उधार में सामान लेकर काम चलाना पड़ रहा है. रसोइयों की हड़ताल से मिड डे मील योजना ठप नजर आ रही है.
बीजाभाठ स्कूल में कर्ज लेकर मिड डे मील योजना: बेमेतरा जिला के बीजाभाठ में प्राथमिक शाला और पूर्व माध्यमिक शाला में योजना का संचालन कर्ज लेकर किया जा रहा है. पिछले 3 महीने से पैसा नहीं मिला है. सब्जी और राशन कर्ज से लेकर बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध करा रहे हैं.
1519 रसोइयों को 2 माह से नहीं मिला मानदेय: जिले के स्कूलों में 2519 रसोइया काम करते हैं. रसोइयों को 15 सौ रुपए मानदेय मिलता है. लेकिन पिछले दो महीने से बेमेतरा जिले के रसोइयों को मानदेय नहीं मिला है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर सीधा असर पड़ा है. इन दिनों रसोइया संघ के तत्वाधान में जिले भर के रसोइया कर्मचारी अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल में बैठे हुए हैं.
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रसोइया अनिश्चितकालीन हड़ताल पर: अपनी वेतन विसंगति, नियमितीकरण सहित 3 सूत्रीय मांग को लेकर बेमेतरा जिला के रसोइया संघ के कर्मचारी 21 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इस वजह से मिड डे मील योजना को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
संचनालय को फंड के लिए लिखा पत्र: बेमेतरा कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि ''मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. फंड के लिए संचनालय को पत्र लिखा गया है. शीघ्र ही फंड आने के बाद योजना का संचालन किया जाएगा.''
मिड डे मील योजना ठप: जिले में पढ़ने वाले 6 साल से 14 साल के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाए जा रहे मिड डे मील योजना के संचालनकर्ताओं ने रसोइयों को मानदेय पर रखा है. जिले के प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में अनुदान प्राप्त स्कूल में योजना संचालित की जा रही है. बेमेतरा ब्लॉक के 193 प्राथमिक स्कूल, 99 मिडिल स्कूल, 32 हजार 108 विद्यार्थी को योजना का लाभ मिल रहा है. नवागढ़ ब्लॉक के 194 प्राथमिक, 97 मिडिल स्कूल, 32 हजार 833 विद्यार्थियों, बेरला ब्लॉक के 154 प्राथमिक, 88 मिडिल स्कूल के 26 हजार 349 विद्यार्थियों और साजा ब्लॉक के 208 प्राथमिक, 106 मिडिल स्कूल के 26 हजार 527 विद्यार्थियों समेत कुल जिले के 1139 स्कूल के 1 लाख 77 हजार 817 विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन योजना का लाभ दिया जा रहा है.