बेमेतरा: जिले के ग्राम खंडसरा में छतीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड 2 करोड़ 43 लाख की लागत से समुदायिक स्वास्थय केंद्र बना रहा है, जिसके निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रहा है. सरपंच का आरोप है कि ठेकेदार लापरवाह है. यहां अस्पताल के निर्माण में नाबालिगों से काम लिया जा रहा है. सरपंच का कहना है कि अस्पताल निर्माण में निम्न क्वॉलिटी के सामानों का इस्तेमाल किया गया है. इसे लेकर सरंपच ने निर्माण कार्य के जांच की मांग की है.
सरपंच नरोत्तम जायसवाल ने बताया कि करोड़ों की लागत से बनाए जा रहे अस्पताल भवन में ठेकेदार मनमानी कर रहा है. निर्माण में खराब क्वॉलिटी के सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है. वहीं ढांचे के हिस्सों में सरिया बाहर उभर कर दिखने लगा है. इसके साथ ही नाबालिगों से काम कराया जा रहा है, इस बात का खुलासा तब हुआ जब निर्माण कार्य करते हुए एक नाबालिग लड़की छत से गिर गई. उसके कमर पर फ्रेक्चर है, जिसका इलाज बेमेतरा के अस्पताल में जारी है.
विभागीय बोर्ड में राशि के आंकड़ों में हुई हेर-फेर
अस्पताल भवन का भूमिपूजन पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने किया था, जिसमें निर्माण कार्य की लागत 243 लाख 32 हजार है. वहीं वर्तमान में लगे विभागीय बोर्ड में निर्माण कार्य की लागत 223 लाख 83 लाख रुपए दर्शायी गई है. अब दोनों में से कौन सही है ये तो विभाग ही बता पाएगा.
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यह पहला मामला नहीं है, जब किसी सरकारी काम में अनियमितता पाई गई हो. प्रदेश के कई जिलों से लगातार ऐसे मामले सामने आते रहते हैं. छात्रावास निर्माण, मंडी निर्माण, स्कूल निर्माण, सड़क निर्माण सहित कई इंफ्रास्ट्रक्चरों के निर्माण में फर्जीवाड़े और लापरवाही करने की खबरें सुर्खियों में बनी रहती है. अधिकारी-कर्मचारी ऐसे मामलों में कई बार जवाब नहीं देते हुए अपना पल्ला झाड़ लेते हैं.