बेमेतरा: जिले में लगातार भारी भरकम बिजली के बिल आने से आम नागरिक परेशान नजर आ रहे हैं. कोरोना के कारण लॉकडाउन के संकट के दौर में लोगों का गुजारा मुश्किल से चल रहा हैं, उस पर भारी भरकम बिजली बिल ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. जिले के बेरला ब्लॉक के ग्राम सोड़ और ग्राम खर्रा के ग्रामीण अत्यधिक बिल आने से परेशान हैं.
बेरला क्षेत्र के निवासी और अंकुर समाज सेवी संस्था के प्रदेश संयोजक जिला पंचायत बेमेतरा के सभापति राहुल टिकरिहा ने बताया कि क्षेत्र के ग्राम सोड़ और खर्रा में किसान भारी भरकम बिल से परेशान हैं. किसानों को 2 हजार से लेकर 20 हजार तक का बिल थमाया जा रहा हैं. गांव के एकल बत्ती हितग्राही को 2 हजार का बिल आया हैं जो गलत है. गांव के बहल राम, भागवत यादव, रोहन साहू, सूरज साहू, बलदाऊ निर्मलकर, सनत साहू, रवि साहू, बोधन कुमार, मोहित साहू, रूपन पात्रे, मनहरण वैष्णव को भारी-भरकम बिल थमाया गया है.
बिना मीटर रीडिंग के थमाये जा रहे हजारों के बिल
बेमेतरा जिले में लगातार भारी भरकम बिजली बिल आने से आम नागरिक परेशान नजर आ रहे हैं. कोरोना के कारण लॉकडाउन से संकट के दौर में लोगों का गुजारा मुश्किल से चल रहा है, उस पर आ रहे ये बिजली बिल के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. जिले के बेरला ब्लॉक के ग्राम सोड़ और खर्रा के ग्रामीण अत्यधिक बिल आने से परेशान है.
पढ़ें: कोंडागांव में फर्जी बिजली बिल दिखाकर ग्रामीणों से वसूली, अधिकारी बेखबर
इससे पहले भी कुसमी क्षेत्र में आ रहे थे ज्यादा बिल
लगातार हो रहा बिजली दफ्तरों का घेराव
पढ़ें: बिजली बिल को लेकर सीएम बघेल ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को उपभोक्ताओं को संग्रहित बिजली खपत पर एक मुश्त बिजली बिल जारी न करने के कड़े निर्देश दिए हैं. इस संबंध में राज्य के कुछ इलाकों विशेषकर वनांचल के गांवों में एक मुश्त बिजली बिल स्पॉट बिलिंग के जरिए जारी होने की शिकायत मिली थी. मुख्यमंत्री ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बिजली बिल जारी करते समय उपभोक्ता को अनिवार्य रूप से स्लैब छूट का लाभ और वास्तविक बिजली देयक की राशि के भुगतान की सुविधा किश्तों में देने के निर्देश दिए हैं.