बेमेतरा: जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खंडसरा में जाति-निवास बनाने के नाम पर अवैध पैसा वसूली का मामला सामने आया है. जिसमें प्रधान पाठक की ओर से 150 से 200 तक की वसूली की गई है. जबकि शासन के आदेश के मुताबिक जाति-निवास गांवों के च्वॉइस सेंटरों में 60 रुपये में बनाया जा रहा है.
पूर्व माध्यमिक शाला खंडसरा के स्कूली बच्चों ने बताया कि जाति-निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्कूल में प्रधान पाठक की ओर से 150 से 200 तक की राशि ली गई है. जबकि प्रधान पाठक ने पैसा लेने से इंकार किया है.
मामले में कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने कहां की चॉइस सेंटर को जाति और निवास पत्र बनाने अनुमति दी गई है. जहां अभियान चलाकर स्कूलों में जाति निवास बनाया जा रहा है.