बेमेतरा: छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू गुरुवार को बेमेतरा दौरे पर रहे. ताम्रध्वज साहू ने जिले के खमतराई, लेंजवारा, अमोरा और देवरबीजा को 15 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी. ताम्रध्वज साहू ने कई विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकापर्ण भी किया. इस अवसर पर बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल भी मौजूद रहे.
गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुराजी गांव योजना के अन्तर्गत नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी योजना संचालित की जा रही है. इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं. गौठान को आजिविका ठौर के रूप में विकसित किया जा रहा है. गौठान से जुड़कर महिला स्व-सहायता समूह आत्मनिर्भर हो रहे हैं. समूह की महिलाएं सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन का कार्य कर रही हैं. सरकार 2 रुपये किलो में गोबर खरीद रही. पशु पालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आ रहा है. गृहमंत्री ने कहा कि आने वाले समय मे पंच/सरपंच चुनाव जैसे गौठान समूह के अध्यक्ष पद के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी.
महाराष्ट्र और ओडिशा में बढ़ रही खाद की डिमांड
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है. सोसायटी मे अलग-अलग गांव वालों को क्रम से धान उपार्जन के लिए बुलाया जा रहा है. लेंजवारा के किसान धान बेचने के लिए टकसीवां जाते थे. वे अब लेंजवारा में ही धान बेच रहे हैं. गृहमंत्री ने लेंजवारा में सेवा सहकारी समिति के कार्यालय भवन का लोकार्पण किया. साहू ने कहा कि गौठान से निर्मित वर्मी कम्पोष्ट खाद की बिक्री आठ रुपये किलो की दर से की जा रही है. दूसरे राज्य महाराष्ट्र और ओडिशा में इस खाद की काफी डिमांड है. गृह मंत्री ने कहा की हमारे प्रदेश में बने गोबर के दिये दिल्ली तक में बिक रहे हैं.
मुख्यमंत्री समझते हैं किसानों की पीड़ा: गृहमंत्री
गृह मंत्री साहू ने कहा कि बेमेतरा क्षेत्र से मेरा पुराना नाता रहा है. पहले मैं यहां का विधायक और दुर्ग सांसद के रूप में आम जनता से जुड़ा. क्षेत्र के विकास के लिए राशि की कमी आड़े नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि बेरला के पास रामपुर के गौ पालक रमेश यादव ने गोबर बेचकर एक नई बाइक खरीदी है. गोबर की कीमत लोगों को अब समझ आ रही है. बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में 18 नए सेवा सहकारी समिति का गठन किया गया है. इससे किसानों को धान उपार्जन में सहूलियत हो रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं एक किसान के बेटे हैं. वे किसानों की पीड़ा को भली-भांति समझते हैं.