बेमेतरा: रविवार सुबह से बेमेतरा के इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. सुबह शुरू हुई बारिश शाम तक हो रही थी. बता दें कि हाल के दिनों में हो रही बारिश किसानों के लिए वरदान की तरह है. फसलों को इस दौरान ही बारिश की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. फिलहाल खेतों में खरीफ की फसल है. बेमेतरा के किसानों ने धान और सोयाबीन की फसल लगाई है. किसानों ने अच्छी खेती होने की भी संभावना जताई है.
इन क्षेत्रों में हो रही बारिश
नवागढ़ क्षेत्र में लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण किसानों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिल पा रहा था. क्षेत्र में जल स्तर के नीचे होने के कारण किसान सिंचाई नहीं कर सकते थे. किसान बारिश न होने के कारण मायूस थे, लेकिन हाल ही में पूरे जिले में हो रही बारिश से किसानों की उम्मीद जगी है. किसानों के खेत लबालब नजर आ रहे हैं. वहीं नदी नाले और तालाब भी उफान पर हैं.
फफूंद जनित रोगों से मिलेगा छुटकारा
बिना पानी के किसानों की फसलों में तरह-तरह के रोग और फफूंद जनित बीमारियों ने घर बना लिया था, जिसके कारण धान और सोयाबीन की फसल लगातार बर्बाद हो रही थी. लेकिन तेज बारिश के बाद आशंका जताई जा रही है कि फसलों को रोगों से छुटकारा मिल सकेगा.
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जिले में अब तक 616 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
बेमेतरा जिले में 1 जून से 16 अगस्त तक की स्थिति में 616.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है. सर्वाधिक 760 मिलीमीटर वर्षा, थानखम्हरिया तहसील में और न्यूनतम 422 मिलीमीटर वर्षा, साजा तहसील में दर्ज की गई है. संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरला तहसील में 669 मिलीमीटर वर्षा, बेमेतरा तहसील मे 756.8 मिलीमीटर वर्षा और नवागढ़ तहसील मे 475 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है.