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जमीनी हकीकत से कोसो दूर रोका-छेका अभियान: पूर्व मंत्री दयाल दास बघेल - गोबर खरीदी और गौठान योजना

छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने रोका-छेका अभियान और गौठान योजना को लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि जमीनी हकीकत से रोका-छेका अभियान कोसो दूर है.

roka cheka campaign not working
कोसो दूर रोका छेका अभियान
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Published : Sep 20, 2020, 3:07 AM IST

Updated : Sep 20, 2020, 2:29 PM IST

बेमेतरा: करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी राज्य शासन की रोका छेका अभियान, गोबर खरीदी और गौठान योजना का ठीक से क्रियान्वयन होता नजर नहीं आ रहा है. छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने इसे लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि जमीनी हकीकत से रोका छेका अभियान कोसो दूर है. धरातल पर योजना पूरी तरीके से ठप नजर आ रही है.

कोसो दूर रोका छेका अभियान

पढ़ें: बिलासपुर में कोरोना संक्रमण तेज, 22 सितंबर से लॉकडाउन के आदेश जारी

बेमेतरा जिले में आलम यह है कि आवारा मवेशी किसानों के फसल चट कर रहे हैं. वहीं मवेशियों का नेशनल हाईवे में जमावड़ा लगा हुआ है. जिससे लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे है. जिसे लेकर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व नवागढ़ विधायक दयालदास बघेल ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है. बेमेतरा जिला में बनाए गए गौठान की स्थिति यह है कि गौठान तो बनाए गए हैं लेकिन यहां से शेड गायब है. वहीं चारा पानी के अभाव में मवेशी यहां रह रहे हैं. जिनकी लगातार मौत की खबर भी सामने आ रही है.

पढ़ें: बिलासपुर: लंबी दूरी की हवाई सेवा की मांग को लेकर महापौर ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री को लिखा पत्र

पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने रोका छेका अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार की महत्वकांक्षी योजना पूरी तरीके से विफल है. यह केवल कागजों तक ही सिमटी हुई नजर आ रही है. गांव के गलियों से लेकर शहर के सड़कों तक मवेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है. गौठान में चारा पानी के अभाव में मवेशियों की मौत भी हो रही है.

किसान कर रहे मेहनत

इलाके के किसान अवारा मवेशियों से परेशान हैं. किसान खुद मवेशियों को कांजी हाउस पहुंचा रहे हैं. लेकिन यहां से भी उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है. आए दिन मवेशी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में किसान दिन-रात खेतों में फसलों की रखवाली कर रहे हैं.

बेमेतरा: करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी राज्य शासन की रोका छेका अभियान, गोबर खरीदी और गौठान योजना का ठीक से क्रियान्वयन होता नजर नहीं आ रहा है. छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने इसे लेकर प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि जमीनी हकीकत से रोका छेका अभियान कोसो दूर है. धरातल पर योजना पूरी तरीके से ठप नजर आ रही है.

कोसो दूर रोका छेका अभियान

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बेमेतरा जिले में आलम यह है कि आवारा मवेशी किसानों के फसल चट कर रहे हैं. वहीं मवेशियों का नेशनल हाईवे में जमावड़ा लगा हुआ है. जिससे लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे है. जिसे लेकर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व नवागढ़ विधायक दयालदास बघेल ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है. बेमेतरा जिला में बनाए गए गौठान की स्थिति यह है कि गौठान तो बनाए गए हैं लेकिन यहां से शेड गायब है. वहीं चारा पानी के अभाव में मवेशी यहां रह रहे हैं. जिनकी लगातार मौत की खबर भी सामने आ रही है.

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पूर्व कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल ने रोका छेका अभियान पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार की महत्वकांक्षी योजना पूरी तरीके से विफल है. यह केवल कागजों तक ही सिमटी हुई नजर आ रही है. गांव के गलियों से लेकर शहर के सड़कों तक मवेशियों का जमावड़ा लगा हुआ है. गौठान में चारा पानी के अभाव में मवेशियों की मौत भी हो रही है.

किसान कर रहे मेहनत

इलाके के किसान अवारा मवेशियों से परेशान हैं. किसान खुद मवेशियों को कांजी हाउस पहुंचा रहे हैं. लेकिन यहां से भी उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है. आए दिन मवेशी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में किसान दिन-रात खेतों में फसलों की रखवाली कर रहे हैं.

Last Updated : Sep 20, 2020, 2:29 PM IST
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