बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हो रही है, लेकिन बीच-बीच में हो रही बेमौसम बारिश से खरीदी की व्यवस्था बार-बार बेपटरी होती जा रही है. हालात यह हैं कि धान खरीदी केंद्रों में किसानों से धान खरीदी बंद करनी पड़ रही है. पिछले एक सप्ताह से देवरबीजा के धान खरीदी केंद्र बंद पड़े हैं, जिससे किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बेमौसम बारिश के वजह से धान खरीद केंद्र अब तालाब जैसे नजर आने लगे हैं, जिसकी वजह से अब यहां धान की खरीदी नहीं हो रही है. खरीदी शुरू हुए डेढ़ महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया है और अब धान खरीदी बंद होने को गिनती के दिन बचे हैं. ऐसे में किसानों को धान बेचने में भारी परेशानी होगी, तो वहीं केंद्रों में भरपूर आवक की वजह से प्रबंधन को अव्यवस्था से भी दो-चार होना पड़ेगा. इस बीच उठाव की रफ्तार धीमी रही और फिर से बेमौसम बारिश हुई, तो दोनों ही स्थिति में फिर खरीदी बंद होने की नौबत आ गई है.
725 किसानों ने नहीं बेचा धान
जिले में अभी तकरीबन 15 लाख 93 हजार 21 क्विंटल धान खरीदा गया है, तो वहीं 725 किसानों से करीब 65 हजार क्विंटल धान लेना है, लेकिन महज 7 दिन ही बचे हैं, लेकिन बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, कि महज सप्ताह भर में धान की खरीदी हो पाएगी या नहीं, जिन किसानों का धान नहीं बिक पाया है, वो चिंता में डूबे हुए हैं.
धान खरीदी को महज 7 दिन बचे
बता दें कि प्रदेश में 15 फरवरी तक ही खरीदी की जाएगी, ऐसे में अब धान खरीदी को सिर्फ 7 दिन ही बचे हैं और अभी करीब 725 किसानों ने धान नहीं बेचा है, जिससे किसान परेशान हैं. अब देखना ये होगा कि भूपेश सरकार किसानों के हित में तारीख बढ़ाती है, या किसानों को अपना धान ऐसे ही रखना पडे़गा.