बेमेतराः जिले में अवैध धान परिवहन करने के आरोप में जब्त वाहन और धान को छोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने मना कर दिया है. इससे किसान और व्यापारी दोनों ही परेशान नजर आ रहे हैं. वहीं किसान और व्यापारी दोनों ही जब्त गाड़ियों को छुड़ाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं.
शासन के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने धान खरीदी को लेकर सख्त रुख अपना लिया है. साथ ही जगह-जगह चेक पोस्ट बनाकर अवैध धान परिवहन करने वाली गाड़ियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इससे किसान और व्यापारी वर्ग दोनों ही परेशान हैं.
वाहन छुड़ाने के लिए कोर्ट जाने की सलाह
नवगढ़ क्षेत्र के संबलपुर के व्यापारी सतपाल सिंह ने बताया कि धान से भरे उनके वाहन को जब्त किया गए हैं. वाहन के साथ जब्त किया गया धान किसान का हैं. कलेक्टर ने कुछ दिनों बाद वाहन छोड़ देने की बात कही थी. लेकिन अब कोर्ट जाने की सलाह दे रही है.
प्रशासन पर गंभीर आरोप
जब्त धान के मालिक हनुमान प्रसाद तिवारी ने प्रशासन पर बेवजह धान जब्त करने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि सोसायटी द्वारा धान को रिजेक्ट करने के बाद किसान उसे बेचने के लिए मंडी ले जाते है. उन्होंने बताया कि किसान के वाहन में मौजूद होने के बावजूद प्रशासन द्वारा जब्ती की कार्रवाई की जा रही है. इससे किसान और व्यापारी परेशान है.