बेमेतरा: प्रदेश सरकार के लोकलुभावन धान के समर्थन मूल्य और बोनस की राशि के बाद जिले के किसान धान की खेती करने में रुचि ले रहे हैं. पिछले वर्ष की तुलना में 11 हज़ार से अधिक किसानों ने धान की फसल का बीमा कराया है. इससे देखा जा सकता है कि सरकार के योजनाओं के बाद खेती में किसानों की रुचि बढ़ी है.
बता दें कि धान की फसल में दोहरे फायदे को देखते हुए किसानों का सोयाबीन से मोहभंग हो रहा है और धान का रकबा लगातार बढ़ रहा है. कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार इस साल जिले में 11 हजार 453 से अधिक किसानों ने धान की फसल का बीमा कराया है. इस साल 1 लाख 16 हज़ार 245 कुल किसानों ने फसल बीमा कराया है, जिसमें 1 लाख 6 हज़ार 228 किसान कर्जदार हैं.
धान का रकबा बढ़ा
अंचल में सब्जी और सोयाबीन की फसल से धोखा खाये किसान अब गन्ना और धान की खेती का रुख कर रहे हैं. जिले में धान का रकबा तो निश्चित ही बढ़ा है, लेकिन गिरता भू-जलस्तर और लगातार हो रही अटल ज्योति में बिजली की समस्या धान की खेती करने वाले किसानों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है.