बेमेतरा: जिले में धान खरीदी शुरू हुए 1 महीने बीत चुके हैं, लेकिन खरीदी केंद्रों में परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. धान खरीदी केंद्रों में अब भी सुचारू रूप से व्यवस्था संचालित नहीं हो पा रही हैं. वहीं लगातार बारदाना और परिवहन की कमी से खरीदी प्रभावित हो रही है, जिससे अन्नदाता परेशान नजर आ रहे हैं.
एक ओर जहां धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी की वजह से किसान परेशानी में हैं. वहीं, परिवहन का अभाव भी परेशानी का मुख्य वजह बना हुआ है. इससे निर्धारित तिथि पर टोकन कटने के बाद भी सेवा सहकारी समिति में किसान धान नहीं बेच पा रहे हैं. इसके अलावा सेवा सहकारी समिति में धान रखने की जगह तक नहीं है.
खरीदी केंद्रों में औसतन 20 हजार क्विंटल का है स्टॉक
इधर, अच्छी बारिश होने के कारण किसानों की फसल भी अच्छी हुई है. किसान ट्रैक्टरों में धान भरकर सेवा सहकारी समिति पहुंच रहे हैं. बारदाने की संकट की वजह से कई ऐसे किसान हैं जिनकी धान खरीदी नहीं हो पाई है. इन परेशानियों को लेकर कलेक्टर शिव अनन्त तायल ने कहा कि सभी खरीदी केंद्रों में औसतन 20 हजार क्विंटल का स्टॉक है. उन्होंने बताया कि पूरा अमला किसानों को सुविधा मुहैया कराने में जुटा हुआ है.
नारायणपुर: धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्थाओं का अंबार
जिले में अब तक 3 लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी
जिले में 102 सेवा सहकारी समितियों के 113 उपार्जन केंद्र के माध्यम से अब तक 3 लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा रही है. आंकड़ों की मानें तो जिले में 60 फीसदी खरीदी पूरी हो चुकी है. अब 40 फीसदी धान और लेना बाकी है, जिसके लिए बारदाना की पूर्ति और समय पर धान का परिवहन होना बेहद जरूरी है.
छत्तीसगढ़ सरकार भी बारदाने की व्यवस्था कर रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह पर बड़ा आरोप लगाया है. बघेल ने कहा कि धान का उठाव न हो पाए इसके लिए रमन सिंह केंद्र और राज्य सरकार के बीच गलतफहमी पैदा कर रहे हैं.