बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश से किसानों की परेशानी और भी बढ़ गई है. भले ही छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान तिहार की शुरूआत हो गई हो, लेकिन कई किसानों ने नई सरकार की घोषणा के बाद यानी कि 3 दिसंबर के बाद धान बेचने की योजना बनाई थी. इस बीच किसानों पर बेमौसम बारिश कहर बरपा रहा है. बेमौसम बारिश से बेमेतरा में धान की फसल भी प्रभावित हो रही है. वहीं, पहले से काट कर रखे गए धान के भी खराब होने की आशंका है.
कलेक्टर ने दिए निर्देश: दरअसल, बेमेतरा में बुधवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है. इसका सीधा असर धान खरीदी पर पड़ रहा है. इधर, जिले में बेमौसम बारिश को देखते हुए बेमेतरा के कलेक्टर पीएस एल्मा ने जिले के सभी SDM को धान खरीदी केंद्रों के लिए जरूरी उपाय के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने एसडीएम को धान खरीदी केन्द्रों में धान को सुरक्षित रखने और बचाव से संबंधित जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए हैं.
मौसम बारिश के कारण धान खराब न हो, इसके लिए उसे ढकने के लिए तिरपाल के इंतजाम किए जा रहे हैं.धान खरीदी केन्द्र में खरीदे हुए धान की स्टैकिंग बनाकर केप कवर से ढका जा रहा है. सभी अधिकारियों को धान खरीदी केन्द्रों पर निरीक्षण कर मॉनिटरिंग करने और फोटो भेजने के लिए कहा गया है. जिले के सभी एसडीएम से कहा गया है कि धान उपार्जन केन्द्र प्रभारियों और नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर धान के रख-रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें. ताकि बारिश से धान को नुकसान नहीं होना चाहिए. -पीएस एल्मा, कलेक्टर
बेमौसम बारिश से धान खरीदी प्रभावित: जिले में कई किसानों ने अब तक धान कटाई नहीं की है. इसके अलावा धान खरीदी कार्य भी बारिश के कारण ठप पड़ा है. बेमौसम बारिश से अरहर, टमाटर सहित अन्य फसलों पर भी इसका असर पड़ा है. इसके साथ ही बारिश ने ठंड को भी बढ़ा दिया है.