बेमेतरा: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में करीब 331 स्कूल जर्जर (331 school shabby) अवस्था में है. वहीं 49 स्कूल अति जर्जर को डिस्टमेंटल (49 School Dismantle) किया जाना है. जहां कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है. वहीं शासन स्तर से 30 लाख की राशि स्कूल भवन मरम्मत के लिए उपलब्ध हो चुकी है. इसके बाद भी जिला शिक्षा विभाग ने अबतक मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया है.
330 स्कूल भवन जर्जर और 49 डिस्टमेंटल करने योग्य
जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 330 से अधिक जर्जर स्कूलों को मरम्मत किया जाना है. वहीं 49 अति जर्जर स्कूलों को डिस्मेंटल किया जाना है. स्कूलों में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला हाई स्कूल जर्जर स्थिति में है. जिसे मरम्मत की जरूरत है. जिसमें कापा, चोरभट्टी, उमरिया, बीजाभाट, सुरकी, बावामोहतरा, रमपूरा, घठोली और सोनपूरी इत्यादि स्कूल आदि शामिल है.
फंड आने के बाद भी जिम्मेदारों ने नहीं कराया मरम्मत
बेमेतरा जिले में जर्जर स्कूलों को मरम्मत और अति जर्जर स्कूलों को डिस्टमेंटल करने को लेकर शिक्षा विभाग सुध नहीं ले रहा हैं. वहीं शासन के द्वारा फंड आने के बाद भी जिम्मेदारों के द्वारा मम्मत के कार्य शुरू नहीं किए गए.
जानकारों की मानें तो करोना काल के दौरान ही बंद स्कूलों में मरम्मत और सुधार के कार्य होने थे. जिससे बच्चों की पढ़ाई पर इसका असर नहीं पड़ता, लेकिन अब स्कूल खुल जाने के बाद मरम्मत कार्य प्रभावित होंगे. जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि जिले में 331 स्कूल जर्जर है. जिसमें मरम्मत का प्रस्ताव आया है. इसके अलावा बीईओ दफ्तर को भी मरम्मत किया जाना है. 49 अति जर्जर स्कूल डिस्मेंटल कराये जाने हैं.