ETV Bharat / state

उस पक्षी महोत्सव की खासियत जान लीजिए, जिसका समापन सीएम बघेल करेंगे

बेमेतरा में चल रहे छत्तीसगढ़ के पहले पक्षी महोत्सव का आज आखिरी दिन है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पक्षी महोत्सव का समापन करेंगे.

Bird Festival
पक्षी महोत्सव
author img

By

Published : Feb 2, 2021, 11:06 AM IST

Updated : Feb 2, 2021, 11:50 AM IST

बेमेतरा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पक्षी महोत्सव का समापन करेंगे. 31 जनवरी को इस महोत्सव की शुरुआत हुई थी. नवागढ़ गिधवा-परसदा गांव में ये महोत्सव आयोजित किया गया. गिधवा में 150 प्रकार के पक्षियों का अनूठा संसार है. इसमें जलीय और थलीय दोनों ही प्रकार के पक्षी शामिल हैं. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब हर साल दिसंबर के आखिरी में पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.

पक्षी महोत्सव

मुख्य वन संरक्षक संगीता गुप्ता ने बताया कि यहां पिछले 25 वर्षों से विदेशी मेहमान आ रहे हैं. यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप से हजारों मील समुद्र पार कर यह मेहमान यहां पहुंचते हैं. इनको यहां संरक्षण मिलता है और पर्याप्त मात्रा में भोजन मिलता है. यही कारण है कि यहां पक्षी अपने प्रजनन काल के लिए पहुंचते हैं. मुख्य वन संरक्षक अधिकारी और बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि सामान्यतः बारिश के बाद अक्टूबर और फरवरी के बीच गिधवा-परसदा जलाशय मे पक्षी अपना डेरा डालते हैं. यहां का परिवेश देसी- विदेशी पक्षियों को भाता है. इन जलाशयों मे पक्षियों के लिए अच्छा भोजन मिलता है.

People came to see the bird festival
पक्षी महोत्सव देखने पहुंचे लोग

पढ़ें: पक्षी महोत्सव में 150 प्रजातियों के पक्षियों का होगा दीदार

यहां जुटते हैं प्रवासी पक्षी

डीएफओ धम्मशील गणवीर के मुताबिक प्रवासी पक्षियों की भी अनेक किस्म यहां आती है. गिधवा-परसदा के बड़े सरोवरों में भी यह प्रवासी पक्षी जुटते हैं. इस धरोहर को सहेजने, इसके बारे में ज्ञान को साझा करने तक के लिए बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया. तीन दिनों तक चलने वाले इस बर्ड फेस्टिवल में देशभर से आए पक्षी वैज्ञानिकों ने अपने अनुभव साझा किए. कार्यक्रम में शिरकत करने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कनार्टक के पक्षी विज्ञानी और बर्ड वॉचर पहुंचे.

Bird Festival
पक्षी महोत्सव बेमेतरा

पिनटेल मैराथन का भी आयोजन

आज पिनटेल मैराथन का भी आयोजन होगा. यह परसदा से गिधवा तक 7 किमी तक होगा. इसके बाद पक्षी और उनका रहवास विषय पर आलोक चंद्राकर का संबोधन होगा. हम और जल विषय पर ईको सॉल्यूशन के यतेंद्र अग्रवाल का व्याख्यान होगा.

Bird Festival
पक्षी महोत्सव

पढ़ें: छत्तीसगढ़ के पहले पक्षी महोत्सव का आज से शुभारंभ

हर साल होगा आयोजन

मुख्य वन संरक्षक अधिकारी और वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि एक साल बाद गिधवा राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेगा. इसकी तैयारियां की जा रही हैं. ईको टूरिज्म का विकास और स्थानीय रोजगार की दृष्टि से गिधवा-परसदा सबसे पसंदीदा जगह बनती जा रही है. वन विभाग और उसकी सहयोगी संस्था फाउंडेशन नोवा नेचर वाइल्डलाइफ वेलफेयर जशपुर के जरिए इस बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे कोशिश होगी की दिसंबर 2021 माह के अन्त में पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाए. चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि आने वाले दिसंबर महीने में प्रदेश के 7 स्थानों पर इस तरह के आयोजन किए जाएंगे.

बेमेतरा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पक्षी महोत्सव का समापन करेंगे. 31 जनवरी को इस महोत्सव की शुरुआत हुई थी. नवागढ़ गिधवा-परसदा गांव में ये महोत्सव आयोजित किया गया. गिधवा में 150 प्रकार के पक्षियों का अनूठा संसार है. इसमें जलीय और थलीय दोनों ही प्रकार के पक्षी शामिल हैं. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब हर साल दिसंबर के आखिरी में पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.

पक्षी महोत्सव

मुख्य वन संरक्षक संगीता गुप्ता ने बताया कि यहां पिछले 25 वर्षों से विदेशी मेहमान आ रहे हैं. यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप से हजारों मील समुद्र पार कर यह मेहमान यहां पहुंचते हैं. इनको यहां संरक्षण मिलता है और पर्याप्त मात्रा में भोजन मिलता है. यही कारण है कि यहां पक्षी अपने प्रजनन काल के लिए पहुंचते हैं. मुख्य वन संरक्षक अधिकारी और बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि सामान्यतः बारिश के बाद अक्टूबर और फरवरी के बीच गिधवा-परसदा जलाशय मे पक्षी अपना डेरा डालते हैं. यहां का परिवेश देसी- विदेशी पक्षियों को भाता है. इन जलाशयों मे पक्षियों के लिए अच्छा भोजन मिलता है.

People came to see the bird festival
पक्षी महोत्सव देखने पहुंचे लोग

पढ़ें: पक्षी महोत्सव में 150 प्रजातियों के पक्षियों का होगा दीदार

यहां जुटते हैं प्रवासी पक्षी

डीएफओ धम्मशील गणवीर के मुताबिक प्रवासी पक्षियों की भी अनेक किस्म यहां आती है. गिधवा-परसदा के बड़े सरोवरों में भी यह प्रवासी पक्षी जुटते हैं. इस धरोहर को सहेजने, इसके बारे में ज्ञान को साझा करने तक के लिए बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया. तीन दिनों तक चलने वाले इस बर्ड फेस्टिवल में देशभर से आए पक्षी वैज्ञानिकों ने अपने अनुभव साझा किए. कार्यक्रम में शिरकत करने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कनार्टक के पक्षी विज्ञानी और बर्ड वॉचर पहुंचे.

Bird Festival
पक्षी महोत्सव बेमेतरा

पिनटेल मैराथन का भी आयोजन

आज पिनटेल मैराथन का भी आयोजन होगा. यह परसदा से गिधवा तक 7 किमी तक होगा. इसके बाद पक्षी और उनका रहवास विषय पर आलोक चंद्राकर का संबोधन होगा. हम और जल विषय पर ईको सॉल्यूशन के यतेंद्र अग्रवाल का व्याख्यान होगा.

Bird Festival
पक्षी महोत्सव

पढ़ें: छत्तीसगढ़ के पहले पक्षी महोत्सव का आज से शुभारंभ

हर साल होगा आयोजन

मुख्य वन संरक्षक अधिकारी और वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि एक साल बाद गिधवा राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेगा. इसकी तैयारियां की जा रही हैं. ईको टूरिज्म का विकास और स्थानीय रोजगार की दृष्टि से गिधवा-परसदा सबसे पसंदीदा जगह बनती जा रही है. वन विभाग और उसकी सहयोगी संस्था फाउंडेशन नोवा नेचर वाइल्डलाइफ वेलफेयर जशपुर के जरिए इस बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे कोशिश होगी की दिसंबर 2021 माह के अन्त में पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाए. चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि आने वाले दिसंबर महीने में प्रदेश के 7 स्थानों पर इस तरह के आयोजन किए जाएंगे.

Last Updated : Feb 2, 2021, 11:50 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.