बेमेतरा: बेमेतरा में पितरों को जल देने गए एक बुजुर्ग की नदी में बहने से मौत हो गई.3 अक्टूबर को बुजुर्ग नदी में बह गया था. तीन दिन बाद शुक्रवार को बेमेतरा और दुर्ग एएनएस की संयुक्त टीम ने शव को डैम से बाहर निकाला.
ये है पूरा मामला: पूरा मामला बेमेतरा के बेरला थाना क्षेत्र का है. बेरला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 3 अक्टूबर को भाठासोरही का रहने वाला छन्नू राम साहू अपने पितरों को जल देने के लिए शिवनाथ नदी गया था. उसी समय नदी में पानी का तेज बहाव आया. नदी की यह धारा छन्नूराम को बहा कर ले गई. जब देर शाम तक छन्नूराम घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसे खोजना शुरू किया. हालांकि वो नहीं मिला.
एडिशनल एसपी पंकज पटेल से जानकारी मिली है कि बावनलाख में शिवनाथ नदी के चेक डेम में फंसे शव को निकाल लिया गया है. शख्स अपने पूर्वजों को जल अर्पण करने नदी में गया था, नदी के तेज वाहव में वह बह गया और और उसकी मौत हो गई. -पदुम सिंह एल्मा, कलेक्टर, बेमेतरा
इसके बाद परिजनों ने नांदघाट थाना में 4 अक्टूबर को इसकी सूचना दी. तभी गांव के लोगों ने बताया कि शिवनाथ नदी के तट पर छन्नू राम का साइकिल और जूता पड़ा हुआ है. इस पर सभी को शक हुआ कि छन्नू राम नदी में बह गया है. बेरला पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई. इस पर पता चला कि एक शव बावनलाख के चेक डेम में फंसा हुआ है. फिर 5 अक्टूबर को बेमेतरा एनडीआरएफ की टीम ने गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला.