बेमेतरा: छतीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर सरकार से आंगनबाड़ी नहीं खोलने की मांग की है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और पर्यवेक्षक के लिए 50-50 लाख रुपये की बीमा की मांग की है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सूत्रीय मांगे
- जन घोषणा पत्र में किए गए वादे पर कलेक्टर दर पर मानदेय की राशि दी जाए.
- 50 दिनों की हड़ताल अवधि पर बर्खास्तगी अवधि का मानदेय जल्द दिया जाए.
- सेवा समाप्ति पर कार्यकर्ताओं को 5 लाख और सहायिकाओं को 3 लाख देना सुनिश्चित किया जाए.
- शासन और कार्यकर्ताओं के बीच बनी सहमति के मांगों को जल्द पूरा किया जाए.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पर्यवेक्षक के पद पर प्रमोशन सीधी भर्ती दिया जाए.
आगनबाड़ी बंद रखने और बीमा राशि की मांग
बेमेतरा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में आंगनबाड़ी नहीं खोलने संबंधित ज्ञापन सौंपा. इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और पर्यवेक्षकों के लिए 50 लाख रूपये की बीमा की मांग की.
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कोरोना काल में आंगनवाड़ी बंद रखने की मांग
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर WHO और स्कूल शिक्षा विभाग का हवाला दिया है. साथ ही कोरोना काल में फिलहाल आगनबाड़ी बंद करने की मांग की है. कार्यकर्ताओं ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिम्मेदारी से दूर रहने की बात कही है. वहीं आगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ की जिलाअध्यक्ष विद्या जैन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर से मांगों को गंभीरता से लेने की अपील की.