बेमेतरा: जिले में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो गई है. कई समितियों में किसानों के पंजीयन रकबे की गड़बड़ी और त्रुटि की बात सामने आ रही है. इसी बीच गुरुवार को अपर कलेक्टर संजय दीवान ने जिले के सेवा सहकारी समिति झाल और सेवा सहकारी समिति केंद्र अंधियारखोर का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अपर कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्र का जायजा लिया और समिति में तौल, फड़, नमी की जानकारी ली. साथ ही कोरोना काल के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, सैनिटाइजर का प्रयोग करने, मास्क लगाकर प्रवेश करने, छाया, पानी, प्रसाधन की व्यवस्था की जानकारी ली और समिति के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
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अपर कलेक्टर संजय दीवान ने बताया कि जिले में धान खरीदी शुरू हो गई है. खरीदी के मद्देनजर अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर समिति केंद्रों में निरीक्षण के लिए भेजा गया है. उन्होंने आगे कहा कि धान खरीदी में किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो. छोटे किसानों के टोकन को प्राथमिकता मिले. धान खरीदी केंद्रों में छाया, पानी, प्रसाधन, तौल और फड़ इत्यादि की व्यवस्था का निरीक्षण किया जा रहा है.
कुंरा में तीसरे दिन भी शुरू नहीं हो सकी धान खरीदी
जिले के नवागढ़ ब्लाक के ग्राम कुंरा में तीसरे दिन भी किसानों ने धान खरीदी नहीं होने दिया. सॉफ्टवेयर में हुए गड़बड़ी की वजह से कुंरा के 553 किसानों का नाम कान्हरपुर में दर्ज हो गया है. यही कारण है कि किसान धान बिक्री करने का विरोध कर रहे हैं. पहले दिन SDM किसानों को मनाने पहुंचे थे, लेकिन किसान सुधार की मांग को लेकर अड़े रहे.
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जिले में 22 नए धान खरीदी केंद्र
जिले में इस साल कुल 102 समितियों के अन्तर्गत 113 उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत 1 लाख 28 हजार 799 किसानों की धान की खरीदी हो रही है. पिछले साल की तुलना में इस साल 15 हजार से अधिक किसानों का नया पंजीयन किया गया है. जिले में 22 नए धान खरीदी केंद्र बनाए गए है, जिससे बिना भीड़ और परेशानी के धान खरीदी हो सके. हालांकि सॉफ्टवेयर में खराबी और रकबे में गड़बड़ी से किसान परेशान नजर आ रहे है.