जगदलपुर: बस्तर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालित योजनाओं का विरोध किया है. उन्होंने योजनाओं के तहत खरीदे जाने वाली सामग्रियों के लिए एक ही विक्रेता से खरीददारी करने के आदेश पर विरोध जताया है. जिले के सभी ब्लॉकों के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को इकट्ठा होकर विभाग के अधिकारी के दिए गए आदेश को बदलने की मांग की है. सभी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
बस्तर जिले के सभी ब्लॉकों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के प्रतिनिधि और स्व-सहायता समूह ने अपना विरोध जताते हुए बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालित योजनाओं में क्रय की जाने वाली खाद्य और अन्य सामानों के लिए एक ही विक्रेता से सामान खरीदे जाने के लिए समूहों पर दबाव बनाया जा रहा है, जबकि योजना के संचालन के लिए स्व-सहायता समूह को स्वंत्रत अधिकार दिया गया है.
आरोप है कि विभाग के कुछ अधिकारी अनुबंधित शर्तों को ताक पर रखते हुए कमीशनखोरी करने सभी समाग्री एक ही विक्रेता के पास से क्रय करने दबाव बना रहे हैं. वहीं बात न मानने पर कार्रवाई की धमकी दी जा रही है.
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उग्र आंदोलन की चेतावनी
स्व-सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि एक तरफ कोरोना काल में संक्रमित लोगों को सर्वे करने का काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को दिया गया है, लेकिन इस गंभीर आपातकाल में स्व-सहायता समूह के लोगों को बीमा का प्रावधान तक नहीं किया गया है. कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर स्व-सहायता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की इन जायज मांगों को सरकार जल्द पूरा नहीं करती है तो वे मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे.