बस्तर: जिले में ओबीसी वर्ग ने सीएम भूपेश बघेल की सभा का बहिष्कार किया है. पिछड़ा वर्ग की 2 महत्वपूर्ण मांग पूरी नहीं होने पर हजारों लोगों ने चंद मिनटों में खाली की अपनी कुर्सी. 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग और बस्तर के पेसा कानून में सदस्य देने की मांग कर रहे हैं लोग. मुख्यमंत्री ने कहा भ्रांतियां की स्थिति पैदा हुई है, मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये की लागत से पिछड़ा समाज भवन, बस्तर में बनाने की घोषणा की थी. जिसे समाज ने ग्रहण करने से इनकार कर दिया है.
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ओबीसी आरक्षण और पेसा कानून में सुधार: लालबाग मैदान में ओबीसी समाज ने एक महासम्मेलन आयोजित किया था, जहां संभागभर के लोग एकत्रित हुए थे. इस दौरान ओबीसी समाज के मुख्य लोगों ने सीएम भूपेश बघेल के सामने 27% आरक्षण उन्हें देने की मांग की थी. साथ ही बस्तर में पांचवी अनुसूची पेसा कानून लागू कर ग्राम सभा में ओबीसी समाज के लोगों को सदस्यता देने की मांग की थी.
सीएम बघेल की सभा का बहिष्कार: सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है. यदि 27% आरक्षण के लिए पहले समाज के लोगों की सदस्यता सूची पूरी कर लेनी चाहिए. इसके बाद हाईकोर्ट से आरक्षण संबंधी दस्तावेज लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी. तब जाकर कहीं आरक्षण की समस्या दूर हो सकती है. इस बात से नाराज होकर लालबाग मैदान में उपस्थित ओबीसी समाज के हजारों लोगों ने विरोध किया और चंद मिनट के अंदर ही सभा स्थल से बाहर हो गए.
आर-पार की लड़ाई के मूड में ओबीसी वर्ग: वहीं संरक्षक लीलाराम साहू ने कहा कि, उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो पिछड़ा वर्ग समाज अब आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है. वहीं, मंच से समाज के लोगों ने कहा था उनकी मांग पूरी होती है तो वे 12 की 12 सीटें कांग्रेस को देने को तैयार हैं. अब उनकी मांग पूरी नहीं हुई अब पिछड़ा वर्ग समाज कांग्रेस के खिलाफ खड़ा होगा. इस मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पेसा कानून को लेकर बस्तर में बहुत सी भ्रांतियां फैलाई गई है जिसे दूर करने की आवश्यकता है.
सीएम भूपेश बघेल के बस्तर दौरे का दूसरा दिन: सीएम भूपेश बघेल के बस्तर दौरे का रविवार को दूसरा दिन है. दूसरे दिन सीएम ने मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना की है. उसके बाद वह जगदलपुर के टाउनहॉल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली पर बस्तर के शिक्षक संघ ने सीएम बघेल का आभार जताया. शिक्षक संघ ने सीएम बघेल को लड्डुओं से तौला. शिक्षकों ने भूपेश है तो भरोसा है के नारे लगाए.