ETV Bharat / state

महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों- लेक्चरर की कमी, कुलपति बोले, मंगाए हैं आवेदन - martyr Mahendra Karma University

जगदलपुर का महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय प्रोफेसरों और लेक्चरर की कमी से जूझ रहा है. शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में लगातार प्रोफेसरों की कमी है. लेकिन कुलपति का कहना है कि, प्रोफेसरों की भर्ती के लिए पूरे देश से आवेदन मंगाए जा रहे हैं.

Mahendra Karma University Jagdalpur
शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय
author img

By

Published : Jul 9, 2021, 10:24 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: संभाग का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय प्रोफेसरों और लेक्चरर की कमी (Shortage of university professors and lecturers) से जूझ रहा है, शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में लगातार प्रोफेसरों की कमी बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक यहां 11 विभागों में 56 पदों पर प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और लेक्चरर की भर्ती होनी है लेकिन पिछले कई सालों से खाली पड़े इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है, जिससे कॉलेज के छात्र छात्राओं को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही भर्ती प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी पिछले 2 सालों से पूरी तरह से प्रक्रिया अटकी हुई है और अब तक प्रोफेसरों और लेक्चरर की नियुक्ति नहीं हो पाई है.

विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों- लेक्चरर की कमी

छात्रों को पढ़ाई में हो रही है परेशानी

बस्तर विश्वविद्यालय का नाम बदलकर भले ही शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय कर दिया गया है, लेकिन इस विश्वविद्यालय में संसाधनों और खासकर प्रोफेसरों की कमी लगातार बनी हुई है. विश्वविद्यालय में 11 विभागों के लिए 56 पदों पर भर्ती होनी है और इसमें प्रोफ़ेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर ,लेक्चरर और अतिथि शिक्षकों की भी भर्ती की जानी है. विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद की बैठक में हमेशा भर्ती प्रक्रिया पर निर्णय तो लिया जाता है लेकिन किसी ना किसी बहाने यह भर्ती प्रक्रिया टाल दी जाती है, पिछले कई सालों से प्रोफेसरों, लेक्चरर और असिस्टेंट प्रोफेसरों की कमी विश्वविद्यालय में बनी हुई है. लिहाजा कई विषयों के तो व्याख्याता ही विश्वविद्यालय में नहीं है, ऐसे में छात्र छात्राओं को शिक्षा संबंधी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर में ट्राइबल आर्ट्स की पढ़ाई होगी शुरू

इधर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शैलेंद्र सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय में 11 विभागों में 56 पदों पर भर्ती किया जाना है और इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया गया था, लेकिन करोना काल की वजह से एक साल पूरा बर्बाद हो गया और अभी एक बार फिर से राज्य सरकार को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए पत्र लिखा गया है और जैसे ही पत्र का जवाब आता है उस आधार पर रिक्त पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि नए सत्र से नए कोर्स भी विश्वविद्यालय में शुरू किए जा रहे हैं. इसके लिए अतिथि शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी. वहीं कुलपति ने बताया कि प्रोफेसरों की भर्ती के लिए पूरे देश से आवेदन मंगाए जा रहे हैं जो भी उम्मीदवार यूजीसी की भर्ती प्रक्रिया के तहत फिट बैठता होगा उसे मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाएगी.

इन विषयों में प्रोफेसर के पद हैं खाली

जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय के 11 विभागों में से इन विभागों में भर्ती होनी है. जिसमें बीयू के एस्ट्रोलॉजी एंड ट्राइबल, बायो टेक्नोलॉजी, एमसीए, फॉरेस्ट्री एंड वाइल्डलाइफ, रूलर टेक्नोलॉजी, एमएसडब्ल्यू, इंग्लिश, पॉलिटिकल साइंस, एमबीए और बीएड डिपार्टमेंट में भर्ती होनी है. इनमें कुछ डिपार्टमेंट में सिर्फ प्रोफेसर तो कुछ में 3 पदों पर भर्ती होनी है. फिलहाल यह भर्ती कब तक शुरू होगी इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी कुछ नहीं कहा. वहीं प्रोफेसरों की कमी के वजह से छात्र छात्राओं को शिक्षा संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

जगदलपुर: संभाग का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय प्रोफेसरों और लेक्चरर की कमी (Shortage of university professors and lecturers) से जूझ रहा है, शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में लगातार प्रोफेसरों की कमी बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक यहां 11 विभागों में 56 पदों पर प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और लेक्चरर की भर्ती होनी है लेकिन पिछले कई सालों से खाली पड़े इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है, जिससे कॉलेज के छात्र छात्राओं को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वही भर्ती प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी पिछले 2 सालों से पूरी तरह से प्रक्रिया अटकी हुई है और अब तक प्रोफेसरों और लेक्चरर की नियुक्ति नहीं हो पाई है.

विश्वविद्यालय में प्रोफेसरों- लेक्चरर की कमी

छात्रों को पढ़ाई में हो रही है परेशानी

बस्तर विश्वविद्यालय का नाम बदलकर भले ही शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय कर दिया गया है, लेकिन इस विश्वविद्यालय में संसाधनों और खासकर प्रोफेसरों की कमी लगातार बनी हुई है. विश्वविद्यालय में 11 विभागों के लिए 56 पदों पर भर्ती होनी है और इसमें प्रोफ़ेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर ,लेक्चरर और अतिथि शिक्षकों की भी भर्ती की जानी है. विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद की बैठक में हमेशा भर्ती प्रक्रिया पर निर्णय तो लिया जाता है लेकिन किसी ना किसी बहाने यह भर्ती प्रक्रिया टाल दी जाती है, पिछले कई सालों से प्रोफेसरों, लेक्चरर और असिस्टेंट प्रोफेसरों की कमी विश्वविद्यालय में बनी हुई है. लिहाजा कई विषयों के तो व्याख्याता ही विश्वविद्यालय में नहीं है, ऐसे में छात्र छात्राओं को शिक्षा संबंधी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर में ट्राइबल आर्ट्स की पढ़ाई होगी शुरू

इधर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शैलेंद्र सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय में 11 विभागों में 56 पदों पर भर्ती किया जाना है और इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया गया था, लेकिन करोना काल की वजह से एक साल पूरा बर्बाद हो गया और अभी एक बार फिर से राज्य सरकार को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए पत्र लिखा गया है और जैसे ही पत्र का जवाब आता है उस आधार पर रिक्त पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि नए सत्र से नए कोर्स भी विश्वविद्यालय में शुरू किए जा रहे हैं. इसके लिए अतिथि शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी. वहीं कुलपति ने बताया कि प्रोफेसरों की भर्ती के लिए पूरे देश से आवेदन मंगाए जा रहे हैं जो भी उम्मीदवार यूजीसी की भर्ती प्रक्रिया के तहत फिट बैठता होगा उसे मेरिट के आधार पर नौकरी दी जाएगी.

इन विषयों में प्रोफेसर के पद हैं खाली

जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय के 11 विभागों में से इन विभागों में भर्ती होनी है. जिसमें बीयू के एस्ट्रोलॉजी एंड ट्राइबल, बायो टेक्नोलॉजी, एमसीए, फॉरेस्ट्री एंड वाइल्डलाइफ, रूलर टेक्नोलॉजी, एमएसडब्ल्यू, इंग्लिश, पॉलिटिकल साइंस, एमबीए और बीएड डिपार्टमेंट में भर्ती होनी है. इनमें कुछ डिपार्टमेंट में सिर्फ प्रोफेसर तो कुछ में 3 पदों पर भर्ती होनी है. फिलहाल यह भर्ती कब तक शुरू होगी इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति ने भी कुछ नहीं कहा. वहीं प्रोफेसरों की कमी के वजह से छात्र छात्राओं को शिक्षा संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.