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जेलों में बंद आदिवासियों पर सियासत, केदार कश्यप ने अधिकारियों पर फोड़ा ठीकरा

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Published : Oct 13, 2019, 10:55 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

बस्तर के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों के मामले में केदार कश्यप ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसका सारा ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ा है और पूर्व की बीजेपी सरकार को पाक साफ बताया है.

पूर्व मंत्री केदार कश्यप

जगदलपुर: बस्तर के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों पर सियासी संग्राम छिड़ा है. एक ओर जहां सामाजिक कार्यकर्ता और आप नेताओं ने निर्दोष आदिवासियों को रिहा करने की मांग को लेकर पैदल मार्च शुरू कर दिया है तो दूसरी ओर इस मामले में अब बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप भी कूद पड़े हैं.

पूर्व मंत्री केदार कश्यप

पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 'आदिवासियों को बीजेपी ने जेल में बंद नहीं किया है, बल्कि पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और एसडीएम ने उन्हें बंद किया है. इसलिए आदिवासी प्रताड़ना की कार्रवाई उन जिम्मेदार अधिकारियों पर होनी चाहिए ना कि बीजेपी सरकार पर आरोप लगने चाहिए.' इस पूरे मामले में उन्होंने बीजेपी की पूर्व सरकार का बचाव किया है. और निर्दोष आदिवासियों को जेल में बंद करने का पूरा ठीकरा प्रशासनिक अधिकारियों पर फोड़ दिया.

पढ़ें:छत्तीसगढ़ की छात्रा से रांची में 23 लाख की ठगी, रिम्स में एडमिशन दिलाने का दिया था झांसा

बता दें कि निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करने की बात कांग्रेस ने चुनाव से पहले भी की थी और अब भी कह रही है, लेकिन अब तक इस मामले में भूपेश सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. वहीं केदार कश्यप के बयान के बाद से यह स्पष्ट हो चुका है कि दोनों ही राजनीतिक पार्टी खुद को आदिवासियों की हितैषी बताने में लगी है.

जगदलपुर: बस्तर के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों पर सियासी संग्राम छिड़ा है. एक ओर जहां सामाजिक कार्यकर्ता और आप नेताओं ने निर्दोष आदिवासियों को रिहा करने की मांग को लेकर पैदल मार्च शुरू कर दिया है तो दूसरी ओर इस मामले में अब बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप भी कूद पड़े हैं.

पूर्व मंत्री केदार कश्यप

पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 'आदिवासियों को बीजेपी ने जेल में बंद नहीं किया है, बल्कि पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और एसडीएम ने उन्हें बंद किया है. इसलिए आदिवासी प्रताड़ना की कार्रवाई उन जिम्मेदार अधिकारियों पर होनी चाहिए ना कि बीजेपी सरकार पर आरोप लगने चाहिए.' इस पूरे मामले में उन्होंने बीजेपी की पूर्व सरकार का बचाव किया है. और निर्दोष आदिवासियों को जेल में बंद करने का पूरा ठीकरा प्रशासनिक अधिकारियों पर फोड़ दिया.

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बता दें कि निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करने की बात कांग्रेस ने चुनाव से पहले भी की थी और अब भी कह रही है, लेकिन अब तक इस मामले में भूपेश सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. वहीं केदार कश्यप के बयान के बाद से यह स्पष्ट हो चुका है कि दोनों ही राजनीतिक पार्टी खुद को आदिवासियों की हितैषी बताने में लगी है.

Intro:जगदलपुर। बस्तर के जेलों में बंद निर्दोष आदिवासियों का मामला ठंडा होने का नाम नही ले रहा। एक ओर सामाजिक कार्यकर्ता व आप नेत्री लगातार आदिवासियों को निर्दोष बताकर रिहा करने की मांग को लेकर पैदल मार्च व सभाएं ले रही है। वहीँ इस मामले में पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने बड़ा बयान दिया है कि किसी भी आदिवासियों को भाजपा ने जेल में बंद नही किया है बल्कि पुलिस विभाग के अधिकारी, एसडीएम और जिम्मेदार अधिकारियों ने किया है। इसलिए आदिवासी प्रताड़ना की कार्रवाई उन जिम्मेदार अधिकारियों पे होनी चाहिए ना कि भाजपा सरकार पर आरोप लगाने चाहिए। 


Body:निर्दोष आदिवासियों को जेल से रिहा करने की बात कांग्रेस ने चुनाव से पहले भी की थी और अब भी कह रही है लेकिन फिलहाल अब तक इस मामले में कांग्रेस सरकार कोई कदम उठाते नही दिख रही है।


Conclusion:इधर केदार कश्यप के बयान से ये तो स्पष्ट हो रहा है कि दोनों ही राजनीतिक पार्टी खुद को आदिवासियों के हितैषी बताने में लगे है और आदिवासियो को जेल मे बंद करने के मामले का पूरा ठीकरा  प्रशासनिक अधिकारीयों  पर फोड़ रहे है। हांलाकि आदिवासी निर्दोष है या नही ये तो कानूनी प्रक्रिया है पर हमेशा की तरह आदिवासी सरकार और विपक्ष के बीच पीसते नजर आ रहे है।
 
बाईट1- केदार कश्यप, पूर्व शिक्षा मंत्री भाजपा
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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