जगदलपुर: जगदलपुर के नगरनार में निर्माणाधीन एनएमडीसी स्टील प्लांट प्रबंधन के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोल रखा है. किसानों का आरोप है कि प्लांट का दूषित पानी खेतों में छोड़ा जा रहा है. इससे किसानों का फसल बर्बाद हो रहा है. करीब 400 एकड़ खेतों में लगी फसल और जमीन इस प्लांट से निकलने वाले दूषित पानी की वजह से खराब हो रही है. इससे किसानों को काफी नुकसान पहुंच रहा है.
"नगरनार स्टील प्लांट में किसानों का जमीन अधिग्रहण किया गया. इसके शेष जमीन पर किसान खेती किसानी कर रहे हैं. क्षेत्र के लोग कृषि पर ही निर्भर हैं. नगरनार के किसान भी निम्न स्तर के किसान हैं. एनएमडीसी स्टील प्लांट का दूषित पानी किसानों के 400 एकड़ खेत में छोड़ा जाता है. जिसके कारण से फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है. हम मुआवजे की मांग को लेकर जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन के पास पहुंचे हैं. विधायक ने मुआवजा का आश्वासन दिया है." चैतन बघेल, नगरनार के सरपंच
"एनएमडीसी प्लांट के द्वारा जब से खेतों में दूषित पानी छोड़ा जा रहा है, तब से फसल पूरी तरह से बर्बाद हो रही है. इस बारे में किसानों ने कई बार एनएमडीसी प्रबंधन से मुलाकात करके समस्या को दुरुस्त करने की मांग की है. लेकिन एनएमडीसी प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. लंबे समय से मांग के बावजूद एनएमडीसी किसानों की मांगें टाली जा रही है." - पीड़ित किसान
"नगरनार स्टील प्लांट के गेट नंबर 3 से आयरन और कोयला युक्त दूषित पानी को खेतों में छोड़ने की शिकायत किसानों से मिली है. दूषित पानी के कारण खेतों में सिल्ट जमी हुई है. किसान खेती किसानी नहीं कर पा रहे हैं. जानकारी के बाद एनएमडीसी प्रबंधन से बातचीत की है. एनएमडीसी ने मुआवजा राशि देने की बात स्वीकार की है. जिला प्रशासन से बातचीत करके मौके का निरीक्षण कर नियमानुसार मुआवजा राशि एमएमडीसी की ओर से दी जाएगा." -रेखचंद जैन, जगदलपुर विधायक
दरअसल, एनएमडीसी प्लांट के गेट नंबर 3 से पूरा दूषित पानी उनके खेतों में छोड़ा जा रहा है. इसके कारण प्रभावित किसानों ने जगदलपुर पहुंच विधायक से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही उनसे उचित मुआवजे की मांग की है.