जगदलपुर: बस्तर में आज सीएम भूपेश बघेल की भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान एक बच्ची ने रोते हुए सीएम से गुहार लगाने लगी.दरअसल, बस्तर जिले के भैंस गांव में जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की फरियाद सीएम सुन रहे थे. इसी बीच भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में रोती हुई बेटी को देखकर मुख्यमंत्री ने उसे अपने पास (CM Baghel called daughter crying in crowd in Bastar) बुलाया. उसके सिर पर हाथ फेरा और पानी पिलाया. जिसके बाद रोती हुई बेटी ने मुख्यमंत्री से कहा कि मां की हालत ठीक नहीं है. हमें रहने को घर नहीं है. स्कूल जाने का समय नहीं है.
जिसके बाद जिले के सचिव ने एक आवेदन लिखा और मुख्यमंत्री ने उसे तत्काल ही स्वीकृति दे दी. मासूम की आंखों में आंसू ना आने देने का वादा मुख्यमंत्री ने किया. साथ ही बस्तर की इस बेटी को तत्काल 3 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया करायी गई.
ये है पूरा मामला: भैंसगांव में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल से लोग अपनी-अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रख रहे थे. इसी भीड़ में एक बेटी सुबक कर रो रही थी. आंखों से आंसू बह रहे थे, जिसे कोई भी ध्यान नहीं दे रहा था. लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नजर भीड़ में रोती हुई बेटी पर पड़ी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उसे अपने पास बुलाया. बेटी लोकेश्वरी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसके पिता की 15 साल का पहले मौत हो चुकी है. घर ना होने की वजह से अपनी विधवा मां और भाई के साथ अपने मामा के यहां रहने को वह मजबूर है. उसकी आर्थिक स्थिति खराब है. 15 सालों से बच्चों की मां को पेंशन भी नहीं मिल रहा है. यही कारण है कि उसका भाई भी पढ़ाई नहीं कर पा रहा है. क्योंकि घर के कामों में उसे अपनी मां की मदद करनी पड़ती है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने लोकेश्वरी के आंसुओं को पोंछते हुए, उसे तत्काल मदद पहुंचाने की बात कही. साथ ही 3 लाख रुपये के आर्थिक मदद की स्वीकृति दी.
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सीएम ने दिया आश्वासन: इस दौरान मीडिया से लोकेश्वरी ने बताया कि वो मुख्यमंत्री के सामने अपनी परेशानियों को रखने के लिए गई थी. मुख्यमंत्री के सामने घर नहीं होने, 15 सालों से पेंशन नहीं मिलने, पढ़ाई नहीं करने के संबंध में बात की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने लोकेश्वरी बघेल के परिवार को जल्द ही नया घर और उसकी मां को पेंशन दिलाने की बात कही.