बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग मुख्यालय का सबसे बड़ा इंदिरा स्टेडियम फुटबॉल ग्राउंड हल्की बारिश में ही दलदल बन गया है. पहली ही बारिश में प्रशासन के करप्शन की पोल खुल गई है, जिसको लेकर अब भाजपा कांग्रेस सरकार को घेरने लगी है और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही (Bastar Indira Stadium Football Ground became swamp in early rains) है.
दलदल बना मैदान: दरअसल, बस्तर के युवाओं में खेल प्रतिभा को उभारने को जगदलपुर में फीफा के तर्ज पर 7 करोड़ से ज्यादा की लागत से इंदिरा स्टेडियम फुटबॉल ग्राउंड बनाया गया था, जो अब तैरता नजर आ रहा है. या यूं कहें कि ग्रास के नीचे दल-दल नुमा स्थिति निर्मित हो गई है.
लगातार घेर रही विपक्ष: बता दें कि मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के समय जगदलपुर के कई खेल मैदानों का उद्घाटन किया था. इसके साथ ही उन्हें बच्चों के साथ खेलते भी देखा गया था, जिनमें से एक स्टेडियम भी था. इस स्टेडियम को बने कुछ ही महीने हुए हैं. पहली ही बारिश में यह और भी खराब हो गई है. जगदलपुर में बीते दिन हुई मूसलाधार बारिश ने इस स्टेडियम की पोल खोल कर रख दी है. सुबह जब फुटबॉल खिलाड़ी प्रैक्टिस करने मैदान में पहुंचे. इसी दौरान गरज-चमक के साथ जमकर मूसलाधार बारिश हुई. बारिश की वजह से खेल के बीच में स्टेडियम में लगा ग्रास तैरता नजर आ रहा था. जिसका वीडियो खेल मैदान में मौजूद कुछ खिलाड़ियों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. इसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म में जमकर वायरल होने के बाद जगदलपुर शहर के साथ ही संभाग भर में इस वीडियो और मैदान पर लगातार चर्चाएं तेज हो गई है.
मैदान बनाने में की गई लापरवाही: इस विषय में जगदलपुर नगर निगम के महापौर सफिरा साहू का कहना है कि "खेल मैदान की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली है. जिस भी ठेकेदार ने इस खेल मैदान को बनाया है, उसने लापरवाही की है. गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है. उस पर कार्रवाई की जाएगी." इधर प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रही भारतीय जनता पार्टी भी आप कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी है.
यह भी पढ़ें: धमतरी में बारिश ने खोली सड़क निर्माण की पोल
भाजपा करेगी घेराव: वहीं, इस विषय में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने कहा, "जिस सिंथेटिक फुटबॉल ग्राउंड का शुभारंभ प्रदेश के मुख्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था अब वहीं 7 करोड़ की सिंथेटिक फीफा फुटबॉल ग्राउंड तैरता नजर आ रहा है. यह कांग्रेस की नीति है कि इसकी टोपी उसके सर करें. जब श्रेय लेने की बारी आती है तो महापौर और विधायक सामने आकर अपनी पीठ थपथपाते हैं. मैदान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है तो उसकी भी जिम्मेदारी शहर के महापौर और जगदलपुर विधानसभा के विधायक को लेने की जरूरत है. शहर में ऐसे ही गुणवत्ताहीन बने मैदानों को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा निगम कार्यालय का आने वाले दिनों में घेराव भी करेगी."
कलेक्टर ने दिया जांच का आश्वासन: इस मामले में मोबाइल के माध्यम से बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि" इसकी जानकारी खेल अकादमी को दे दी गई है. जल्द ही टीम जगदलपुर पहुंचकर इसका सर्वे करेगी. उसके बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कहीं तकनीकी खराबी तो नहीं है."