जगदलपुर: कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप का असर त्योहारों पर भी पड़ने लगा है. विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व में रथ परिचालन के लिए जिला प्रशासन ने नए और सख्त नियम बनाए हैं. रथ परिचालन के लिए जगदलपुर तहसील के 32 गांव और तोकापाल तहसील के 4 गांव के लोगों को बुलाया गया है. प्रशासन ने सभी आने लोगों के लिए कोरोना जांच कराना अनिवार्य रखा है.
रथ परिचालन के लिए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवाओं को पहले कोरोना टेस्ट कराना होगा. कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही रथ परिचालन की अनुमति होगी. इस दौरान समाजिक दूरी का भी ध्यान रखना होगा.
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ऐसी होगी व्यवस्था
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सामाजिक दूरी के साथ शहर के दंतेश्वरी मंदिर से गोल बाजार तक 18 से 23 अक्टूबर तक रथ परिचालन का निर्णय लिया गया है. इन दिनों में सभी 36 गांवों से रथ परिचालन करने वाले 400 युवा श्रद्धालु जगदलपुर में मौजूद रहेंगे. वहीं रथ परिचालन के लिए युवा श्रद्धालुओं को चिन्हित किए जाने के लिए गांव के पटवारी, पंचायत सचिव और कोटवार के दल गठित किए गए हैं. रथ परिचालन के लिए युवा श्रद्धालुओं को चिन्हित कर एसडीएम को इसकी जानकारी देंगे. इसके अलावा युवा श्रद्धालुओं को रथ परिचालन करने से पहले जगदलपुर के कार्यालय में प्रस्तुत किया जाएगा. रथ परिचालन के 2 दिन पहले ही उनका कोरोना जांच किया जाएगा और निगेटिव आने वाले हैं. युवा श्रद्धालुओं को ही रथ परिचालन की अनुमति होगी.
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पास जारी किए जाएंगे
नियम बनाए गए हैं कि सभी रथ परिचालकों के लिए पास जारी किया जाएगा. दशहरा में रथ परिचालन उन्हीं युवा श्रद्धालुओं से कराया जाएगा जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई होगी. वहीं युवा श्रद्धालुओ को रथ खींचने के दौरान अपने घर जाने की अनुमति नहीं होगी. उन्हें प्रशासन के निर्धारित आवासीय परिसर में रुकना अनिवार्य किया गया है. जहां उन्हें समिति की ओर से सभी तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. कोविड टेस्ट सिरहासार भवन में कराया जाएगा.