बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के नगर भटगांव में एक व्यक्ति को किडनैप कर महाराष्ट्र के मनमाड़ के खंडहर में बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आया था. पुलिस ने मामले की जांच में पूरे मामले को फर्जी पाया है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 17 दिसंबर को भटगांव के रोहित बघेल ने थाने में खुद के अपरहण होने का मामला दर्ज कराया था. रिपोर्ट में रोहित ने बताया था कि बिसनपुर जाने के लिए भटगांव बस स्टैंड में खड़ा था तभी अचानक एक सफेद कार में कुछ अज्ञात लोग आए और उसे लिफ्ट देकर बिसनपुर में छोड़ने की बात कहकर कार में बैठाकर महाराष्ट्र के मनमाड़ के खंडहर में कैद कर लिया था. रोहित ने बताया कि वहां से अपनी जान बचाकर घर वापस आया था. रोहित के बताए अनुसार भटगांव पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
ऐसे हुआ झूठ का खुलासा
पुलिस ने टीम गठित कर भटगांव का CCTV कैमरा सहित गिधौरी, बलौदाबाजार, राजनादगांव टोल प्लाजा के CCTV के फुटेज को बारीकी से खंगाला. लेकिन पीड़ित के बताए अनुसार वैसी कोई कार का उस रुट में क्रॉस होना नहीं पाया गया.
सट्टे का आदि है रोहित
दरअसल रोहित बघेल ने अपने मोबाईल से 18 और 19 दिसंबर को धोबनीडीह के एक व्यक्ति से 7 बार फोन पर बातचीत की थी. उसने महाराष्ट्र में सट्टा कहां-कहां होता है इसकी जानकारी मांगी थी. जानकारी में व्यक्ति ने उसे बताया था कि महाराष्ट्र के मनमाड़, नासिक की तरफ हर एक घंटे में सट्टे के ओपन क्लोज आते हैं, साथ ही 1रुपए का 90 रुपए का भाव मिलता है.
रोहित सट्टे का आदि है. इसी लालच में आकर भटगांव बस स्टैंड से बस बैठकर बिलासपुर गया फिर वहां से ट्रेन पकड़ मनमाड़ स्टेशन गया था, जहां कुछ लोगों से उसके साथ मारपीट की थी और उसे इस दौरान चोट आई थी. घर से बात छुपाने के लिए उसने यह कहानी बनाई थी.