बलौदाबाजार: जिले में अवैध संबंध का ऐसा खौफनाक अंत हुआ, जिसे सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए. अवैध संबंध रखने से मना करने पर एक महिला को इसकी कीमत अपनी और अपने परिवारवालों की जान देकर चुकानी पड़ी. शनिवार की रात एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या का मामला सामने आया था.
पुलिस ने इस ट्रिपल हत्याकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है. मुख्य आरोपी घर में पूजा-पाठ कराने वाला पुजारी रविशंकर शुक्ला निकला. उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर मर्डर को अंजाम दिया. फिलहाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
अवैध संबंधों में गई पूरे परिवार की जान
पलारी थाना क्षेत्र के छेरकाडीह गांव के पुजारी रविशंकर शुक्ला का अवैध संबंध परिवार की महिला के साथ था. वो मृतक के घर पूजा-पाठ कराने जाता था. इस दौरान आरोपी का अवैध संबंध उससे 13 साल बड़ी मृतक की धर्मपत्नी के साथ स्थापित हो गया. पुजारी के साथ अवैध संबंध रख रही महिला को जरा भी अंदाजा नहीं था वो किस भंवर में फंसने जा रही है और इसका अंजाम क्या होगा.
आरोपी पुजारी बाद में मृतका को ब्लैकमेल कर प्रताड़ित करने लगा. जिससे परेशान होकर मृतका ने अपने और पुजारी के अवैध संबंध की बात अपने पति को बता दी. जिसके बाद पति के परिजनों और जारा गांव के सरपंच की उपस्थिति में सामाजिक बैठक कर आरोपी पुजारी को मृतका से संबंध खत्म करने की समझाइश दी गई. बैठक में फैसला हो जाने के बाद भी आरोपी मृतका से बात करने और मिलने के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन मृतका हर बार आरोपी से मिलने और बात करने से मना कर रही थी.
अवैध संबंध बनाने से मना करने पर की हत्या
आरोपी पुजारी मृतका के इस व्यवहार से आक्रोशित हो गया और पूरे परिवार की हत्या करने की योजना बना डाली. आरोपी ने गातापार के अपने दो दोस्त दुर्गेश वर्मा और नेमीचंद ध्रुव को अपनी योजना में शामिल कर लिया. शनिवार की रात साढ़े 11 बजे तीनों महिला के घर पहुंचे और एक ही कमरे में सो रहे महिला के पति और उसके 16 साल के बेटे की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी. अपने पति और बेटे की चीख सुनकर मृतका अपने कमरे से बाहर निकली. जिस पर आरोपियों ने मुख्य दरवाजे के पास उस पर भी वार कर उसकी हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रात में ही गांव से फरार हो गए.
12 घंटे के अंदर पुलिस ने सुलझाई गुत्थी
एक ही परिवार में तीन लोगों की हत्या होने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. रायपुर रेंज के आईजी आंनद छाबड़ा ने बलौदाबाजार जिले के एसपी प्रशांत ठाकुर को इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. जिसके बाद एसपी प्रशांत ठाकुर ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल के नेतृत्व में एसडीओपी सुभाष दास, उप पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बघेल, प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक तारेश साहू की अलग-अलग टीम बनाकर जांच के लिए रवाना किया. पुलिस को जांच के शुरुआत में ही मृतका के अवैध संबंध की जानकारी मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.