बलौदाबाजार भाटापारा: विधानसभा के बजट सत्र में पंचायत सचिवों को सरकार से उम्मीद थी कि सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम बजट वर्ष में पंचायत सचिवों की मांग को पूरा करेगी. लेकिन पंचायत सचिवों की मांग को सरकार ने बजट में शामिल नहीं किया है. जिस वजह से प्रदेश के सभी पंचायत सचिवों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को सचिव संघ ने जनपद पंचायत कसडोल के पास मीटिंग की. जिसमे फैसला लिया गया है कि 16 मार्च से आंदोलन किया जाएगा.
"सरकार ने हमारे लिए कुछ नहीं किया": सचिव संघ के बलौदाबाजार जिलाध्यक्ष कामता साहू ने बताया कि "पंचायत सचिवों की शासकीयकरण की मांग थी. जिसे सरकार ने अपने बजट में शामिल नहीं किया है. हमेशा से यह चलता आ रहा है कि सरकार अपने अंतिम साल में कुछ ना कुछ घोषणा करती है. लेकिन इस बार सरकार ने हमारे लिए कुछ नहीं किया."
"बेमियादी हड़ताल की है तैयारी": सचिव मधुबाला बंजारे ने बताया कि "हमारी मांग है शासकीयकरण. जिसे सरकार टाल रही है. अगर सरकार 16 तारीख तक हमारी मांगें पूरी कर देती है. तो हम लोग अपने कामों पर वापस लौट आएंगे. नहीं तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे."
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मंत्री ने दिया था आश्वासन: पंचायत सचिवों का कहना है कि "प्रदेश के पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे ने सचिवों की मांग को बजट में रखने और पूरा करवाने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हुई है"