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बलौदाबाजार: क्वॉरेंटाइन सेंटर में 65 साल के बुजर्ग की मौत, नहीं पहुंचे अधिकारी

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Published : Jun 20, 2020, 2:33 PM IST

बिलाईगढ़ ब्लॉक के एक क्वारेंटाईन सेंटर में 65 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई है. इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रहा है, जानकारी मिलने के बावजूद भी कोई भी अधिकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर नहीं पहुंचा.

death in quarantine center
क्वारेंटाईन सेंटर में बुजर्ग की मौत,

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 65 साल के बुजर्ग की अचानक मौत हो गई. पुरगांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में बुजुर्ग मजदूर को रखा गया था. मौत की जानकारी मिलने के बाद भी जिम्मेदार सेंटर नहीं पहुंचे हैं. बुजुर्ग के मौत के बाद पुरगांव में हड़कंप मचा हुआ है. अधिकारियों के न पहुंचने की वजह से लोगों में डर का माहौल है.

क्वारेंटाईन सेंटर में बुजुर्ग की मौत

बिलाईगढ़ के बी .एम .ओ ने की पुष्टि

बता दें, 14 जून को बुजुर्ग बाहर से आया था, जिसके बाद उसे क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. बिलाईगढ़ के बीएमओ सुरेन्द्र खुटे ने इस बात की पुष्टि की है. हालांकि बुजर्ग की मौत किस कारण हुई है इस बात का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.

पढ़ें- मुंगेली: क्वॉरेंटाइन सेंटर में बच्ची ने तोड़ा दम, स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप

प्रदेशभर में क्वॉरेंटाइन सेंटर लगातार मौत के मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में मुंगेली के बावली गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 12 साल की बच्ची की मौत हो गई. परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है, बच्ची की तबीयत पिछले तीन दिनों से खराब थी, जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी, लेकिन सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई शख्स उसे देखने नहीं आया. जिसके बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया.

पढ़ें- शासकीय महामाया कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूर की मौत

वहीं रतनपुर नगर के शासकीय महामाया कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में लखनऊ से आए एक बुजुर्ग की मौत हो गई. इस संबंध में बताया जा रहा है कि बुजुर्ग जागेश्वर यादव मानिक चौरी मस्तूरी का निवासी है, जो कि अपने दो बेटों के साथ लखनऊ के ईटा भट्ठा में कमाने खाने के लिए गया हुआ था. कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश को लॉकडाउन किया गया था, जिसके चलते वह अपने घर आने के लिए निकला. लेकिन कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से वह अपने घर नहीं जा सका.

बलौदाबाजार: बिलाईगढ़ ब्लॉक के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 65 साल के बुजर्ग की अचानक मौत हो गई. पुरगांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में बुजुर्ग मजदूर को रखा गया था. मौत की जानकारी मिलने के बाद भी जिम्मेदार सेंटर नहीं पहुंचे हैं. बुजुर्ग के मौत के बाद पुरगांव में हड़कंप मचा हुआ है. अधिकारियों के न पहुंचने की वजह से लोगों में डर का माहौल है.

क्वारेंटाईन सेंटर में बुजुर्ग की मौत

बिलाईगढ़ के बी .एम .ओ ने की पुष्टि

बता दें, 14 जून को बुजुर्ग बाहर से आया था, जिसके बाद उसे क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. बिलाईगढ़ के बीएमओ सुरेन्द्र खुटे ने इस बात की पुष्टि की है. हालांकि बुजर्ग की मौत किस कारण हुई है इस बात का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है.

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प्रदेशभर में क्वॉरेंटाइन सेंटर लगातार मौत के मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में मुंगेली के बावली गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 12 साल की बच्ची की मौत हो गई. परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है, बच्ची की तबीयत पिछले तीन दिनों से खराब थी, जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी, लेकिन सूचना के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई शख्स उसे देखने नहीं आया. जिसके बाद बच्ची ने दम तोड़ दिया.

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वहीं रतनपुर नगर के शासकीय महामाया कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में लखनऊ से आए एक बुजुर्ग की मौत हो गई. इस संबंध में बताया जा रहा है कि बुजुर्ग जागेश्वर यादव मानिक चौरी मस्तूरी का निवासी है, जो कि अपने दो बेटों के साथ लखनऊ के ईटा भट्ठा में कमाने खाने के लिए गया हुआ था. कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश को लॉकडाउन किया गया था, जिसके चलते वह अपने घर आने के लिए निकला. लेकिन कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से वह अपने घर नहीं जा सका.

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