बलौदाबाजार : कसडोल थाना क्षेत्र में हेडमास्टर की हत्या कर उसके शव को दफना दिया गया. इस हत्याकांड में शामिल एक आदतन बदमाश और उसके साथी अब पुलिस हिरासत में हैं. आरोपियों की निशानदेही पर हेडमास्टर के शव को जमीन से निकाला murder of headmaster in kasdol गया.
कब से लापता थे हेडमास्टर : खम्हरिया निवासी शांतिलाल पाटले (उम्र 45 साल) करदा के प्राथमिक शाला में हेडमास्टर थे. वह गांव में अपनी पत्नी सविता पाटले और 2 बच्चों के साथ रहते थे. शांतिलाल 28 दिसंबर की सुबह 11 बजे से लापता थे. उनकी लोकेशन नहीं मिल रही थी. शांतिलाल की पत्नी ने पुलिस से बताया कि सुबह घर से निकलने के बाद उनका कोई पता नहीं चला इसलिए पुलिस को सूचना दी गई.
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पुलिस को मिली लीड : पुलिस को पता चला कि हेड मास्टर आखिरी बार Kasdol police station area के संजय श्रीवास और सृजन के साथ देखे गए थे. बलौदाबाजार डीएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि '' 29 दिसंबर को शांतिलाल पाटले की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज की गई थी. पत्नी ने बताया कि कि वे 28 दिसंबर से नहीं मिल रहे. उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था. मुखबीर से सूचना मिली की आखिरी बार दो लोगों के साथ देखे गए थे. दोनों से पूछताछ की गई. पहले भटकाया. फिर कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि जंगल में मारकर दफना दिया. टीम जंगल गई और हत्या में इस्तेमाल डंडा, गमछा, मृतक की चप्पल बरामद किया. जिस गड्ढे में शव दफनाया गया था, वहां दस किलो नमक भी डाला गया था ताकि बॉडी गल जाए. परिजनों की मौजूदगी में शव निकाला गया. एफआईआर दर्ज की गई.''
फिल्मी स्टाइल में मर्डर: बलौदाबाजार डीएसपी अभिषेक सिंह के मुताबिक ''संजय श्रीवास और सृजन यादव ने पुरानी रंजिश की वजह से ये मर्डर किया गया. दोनों ने बताया कि हेडमास्टर गालीगलौज और गंदे शब्दों का इस्तेमाल करते थे. कुछ पैसे का लेनदेन का मामला भी था. आरोपियों ने हेडमास्टर को मारकर उनके मोबाइल को नदी में फेंक दिया. दो लोगों ने मर्डर किया. तीसरे शख्स ने इनकी मदद की. घटना में इस्तेमाल गाड़ी को बिलासपुर में रखा गया है. फिल्मी स्टाइल में क्राइम पेट्रोल देखकर अपना मोबाइल घर में रखकर आए थे ताकि पुलिस ट्रेस न कर सके.