रायपुर/बलौदाबाजार: संसदीय सचिव और कसडोल विधायक शकुंतला साहू के जन्मदिन पर आयोजित समारोह को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. अब इस विवाद को लेकर सरकार के प्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि इस मामले में सीईओ ने उस दिन विभागीय बैठक रखी थी. उस बैठक में स्थानीय विधायक होने के नाते शकुंतला साहू भी पहुंची थीं. उस दिन उनका जन्मदिन भी था. ये दोनों बातें अलग-अलग थी, जिसे शकुंतला साहू के जन्मदिन से जोड़कर देखा जा रहा है.
दरअसल पूरा मामला कसडोल विधानसभा क्षेत्र की विधायक शकुंतला साहू के जन्मदिन का है. जन्मदिन समारोह जनपद पंचायत पालरी परिसर में आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में एसडीओ और सब इंजीनियर को टेंट, पंडाल और दरी व्यवस्था का जिम्मा दिया गया था, जबकि जनपद के बाकी अमले को भी अन्य काम में लगाया गया था. लेकिन कार्यक्रम होता उससे पहले ही कार्यक्रम का पूरा ब्योरा जारी करते हुए जनपद पंचायत पलारी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का लिखित आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
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भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर साधा निशाना
आदेश की कॉपी वायरल होते ही भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ धावा बोल दिया. भाजपा के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने ट्वीट और फेसबुक के जरिए यह तक कह दिया कि 'विधायक के जन्मदिन पर अधिकारियों को जिम्मेदारी... हुआ नई योजना का शुभारंभ, जय हो छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार'. बलौदाबाजार भाजपा जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े ने कहा कि 'सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के द्वारा पूरे प्रदेश में ऐसे ही परम्परा बनाकर कार्य किया जा रहा है और भय का वातावरण बनाया जा रहा है'.
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परियोजना अधिकारी और अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कराई पूरी व्यवस्था
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी और परियोजना अधिकारी ने खुद विधायक के जन्मदिन समारोह के लिए एक दिन पहले पूरी व्यवस्था कराई और आदेश को टाइप भी कराया. जब इस विषय में अधिकारियों से पूछा गया, तो वे सवालों से बचने लगे.
कलेक्टर ने किया कार्यक्रम निरस्त
पूर्व मंत्री केदार कश्यप का बयान और सरकारी आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होते ही जमकर फजीहत हुई. जिला कलेक्टर को इस बारे में पता चलने पर कार्यक्रम को तत्काल प्रभाव से निरस्त भी कर दिया गया. अब इस केस में आदेश जारी करने वाले जनपद पंचायत पलारी के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी लखनलाल सोनवानी को सस्पेंड भी कर दिया गया है.