बलौदाबाजार: 2017-18 से लोगों को नौकरी और टेंडर दिलाने के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी के मामले में बलौदाबाजार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. 200 लोगों से 20 करोड़ की ठगी के मुख्य आरोपियों में से एक मेवा चोपड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी मेवा चोपड़ा को पुलिस ने देर रात घेराबंदी कर उसी के घर से गिरफ्तार किया है. मेवा बीते 5 महीनों से फरार चल रही थी. मेवा चोपड़ा पूर्व में महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पद पर पदस्थ थी.
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गिरफ्तारी के डर से भाग कर रायपुर, जगदलपुर, चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में छुपकर आरोपी मेवा चोपड़ा रह रही थी. मेवा चोपड़ा बलौदाबाजार में नौकरी लगाने और टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी करती थी. मुख्य आरोपी अशोक पांडेय उर्फ महेंद्र तिवारी की तलाश की जा रही है. जिसपर 10 हजार रुपये का इनाम भी रखा है.
आरोपी महिला मेवा चोपड़ा ने बताया कि वर्ष 2017 से अशोक पाण्डेय उर्फ महेंद्र तिवारी से जान पहचान हुई थी. अशोक पाण्डेय ने उसे मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थ होने की बात कही थी. उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग का भी कामकाज देखने की बात कही थी. मेवा चोपड़ा ने बताया कि अशोक ने उसे तबादला निरस्त कर बलौदाबाजार में ही पदस्थ करने की बात कही थी. उसे विभाग के संबंध में पूरी जानकारी थी. उसने नियुक्तियों की जानकारी देते हुए पर्यवेक्षक के पद में भर्ती किए जाने की जानकारी दी. उन्होंने जिसे नौकरी चाहिए उनसे सेटिंग कर लो कहकर अपना फोन नंबर और ईमेल आईडी दिया.
खुद को बताता था IAS अधिकारी
इस झांसे में आकर लोगों ने संपर्क करना शुरू किया और रुपये देने लगे. जितनी भी रकम मिलती थी उसे अशोक के बताए अकाउंट में ट्रांसफर करती गई है. कुछ लोगों से नकद लेकर अपने एचडीएफसी बैंक के खाते के माध्यम से भी अशोक पांडेय के खाते में रुपये ट्रांसफर करती गई. मेवा चोपड़ा ने बताया कि उनका अशोक पांडेय से कभी आमने-सामने मिलना नहीं हुआ है.
आरोपी महिला ने बताया कि बलौदाबाजार के कुछ अन्य व्यक्ति भी उसके संपर्क में रहे हैं. सिर्फ फोन के माध्यम से बात होती रही, न तो वह कभी बलौदाबाजार आया है और न ही किसी से मिला है. अशोक मिलने की बात पर कहता था कि मैं आईएएस ऑफिसर हूं, आप लोगों से ऐसे नहीं मिल सकता.
मुख्य आरोपी की अचल संपत्ति की जाएगी कुर्क
मेवा चोपड़ा ने अपराध दर्ज होने के अंदेशा होने पर बलौदाबाजार से भागकर रायपुर, जगदलपुर, चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में रहना बताया. बलौदाबाजार थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे हैं, जिससे मुख्य आरोपी अशोक पांडेय उर्फ महेंद्र तिवारी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. मुख्य आरोपी के धोखाधड़ी से प्राप्त रकम से बनाई गई संपत्तियों, मकान, वाहन और अन्य अचल संपत्तियों की जानकारी ली जा रही है जिसे जल्द ही कुर्क करने की कार्रवाई करने की बात कही.
महिला आरोपी को भेजा गया जेल
थाना प्रभारी ने बताया कि मेवा चोपड़ा के कथन के आधार पर उसका एचडीएफसी बैंक के खाते को जब्त किया है. गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है.
अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार
20 करोड़ की बहुचर्चित ठगी में अबतक पुलिस को 5 आरोपियों को पकड़ने में सफलता मिल चुकी है. जिसमें एक मुख्य महिला आरोपी भी शामिल है. 5 आरोपियों में मेवा चोपड़ा, कुंदन पाटले, रोशन चौधरी, कृष्णा पाल और दलबीर परस्ते को गिरफ्तार करने में बलौदाबाजार पुलिस को सफलता मिल चुकी है. मुख्य आरोपी अशोक पांडेय उर्फ महेंद्र तिवारी अभी भी फरार है.
मास्टरमाइंड अब भी फरार
मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड अशोक पांडेय उर्फ महेंद्र तिवारी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने 10 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है.