बलौदा बाजार: भटगांव शहर 1995 में नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई. इससे पहले भटगांव में नगर पालिका प्रशासक द्वारा यहां शासन चलाया जा रहा था. 1995 में पहली बार नगर पंचायत के लिए हुए चुनाव में उपासीन बाई नवरंग यहां के पहली अध्यक्ष बनीं. शहर में कुल 15 वार्ड है. जिसमें 2011 की जनसंख्या के मुताबिक 10 हजार 371 लोग रहते हैं. वहीं 2014 के चुनाव के मुताबिक शहर में कुल 9 हजार 416 मतदाता हैं. इसमें 4817 महिला और 4599 पुरुष मतदाताओं की संख्या है. इस बार नगर पंचायत में अनुसूचित जाति के महिला के लिए आरक्षित किया गया है.
भटगांव शहर के भीतर मूलभूत सुविधाओं में कमी के साथ महिला सुरक्षा बड़ा मुद्दा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले का सबसे भ्रष्ट नगर पंचायत भटगांव को कहा जा सकता है. लोगों ने बताया कि करोडों की लागत से बस स्टैंड का निर्माण तो किया गया है, लेकिन आज तक यहां कोई बस संचालित नहीं हो पाई है. शहर में लाखों की लागत से स्कूल भवन का भी निर्माण किया गया, लेकिन लोकार्पण की राह देखते-देखते स्कूल भवन भी जर्जर हो गया.
शहर में पेजयल के साथ नाली की बडी समस्या है. हालांकि पानी की समस्या को देखते हुए जल आवर्धन योजना के तहत वाटर फिल्टर का निर्माण कराया गया था, लेकिन वो भी आज तक चालू नहीं हो पाया है.
भटगांव नगर पंचायत में प्रतीक्षा बस स्टैंड, खेल मैदान, बाजार हाट और पुष्प वाटिका सहित शासकीय कन्याशाला भवन और गुमटी ठेला का निर्माण कराया गया है. इसमें लगभग सभी का निर्माण हुए 12 साल से ज्यादा हो रहा है, लेकिन इसमें एक का लोकापर्ण नहीं हो पाया है. कई भवन तो लोकार्पण की राह देखते-देखते ही जर्जर हो गया है.