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नगर पंचायत भटगांव: यहां लोकार्पण की राह देखते-देखते जर्जर हो गए कई भवन

स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले का सबसे भ्रष्ट नगर पंचायत भटगांव को कहा जा सकता है. लोगों ने बताया कि करोडों की लागत से बस स्टैंड का निर्माण तो किया गया है, लेकिन आज तक यहां कोई बस संचालित नहीं हो पाई है. शहर में लाखों की लागत से स्कूल भवन का भी निर्माण किया गया, लेकिन लोकार्पण की राह देखते-देखते स्कूल भवन भी जर्जर हो गया.

bhatgaw Nagar Panchayat
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Published : Oct 22, 2019, 11:06 PM IST

बलौदा बाजार: भटगांव शहर 1995 में नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई. इससे पहले भटगांव में नगर पालिका प्रशासक द्वारा यहां शासन चलाया जा रहा था. 1995 में पहली बार नगर पंचायत के लिए हुए चुनाव में उपासीन बाई नवरंग यहां के पहली अध्यक्ष बनीं. शहर में कुल 15 वार्ड है. जिसमें 2011 की जनसंख्या के मुताबिक 10 हजार 371 लोग रहते हैं. वहीं 2014 के चुनाव के मुताबिक शहर में कुल 9 हजार 416 मतदाता हैं. इसमें 4817 महिला और 4599 पुरुष मतदाताओं की संख्या है. इस बार नगर पंचायत में अनुसूचित जाति के महिला के लिए आरक्षित किया गया है.

यहां लोकार्पण की राह देखते-देखते जर्जर हो गए कई भवन

भटगांव शहर के भीतर मूलभूत सुविधाओं में कमी के साथ महिला सुरक्षा बड़ा मुद्दा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले का सबसे भ्रष्ट नगर पंचायत भटगांव को कहा जा सकता है. लोगों ने बताया कि करोडों की लागत से बस स्टैंड का निर्माण तो किया गया है, लेकिन आज तक यहां कोई बस संचालित नहीं हो पाई है. शहर में लाखों की लागत से स्कूल भवन का भी निर्माण किया गया, लेकिन लोकार्पण की राह देखते-देखते स्कूल भवन भी जर्जर हो गया.

शहर में पेजयल के साथ नाली की बडी समस्या है. हालांकि पानी की समस्या को देखते हुए जल आवर्धन योजना के तहत वाटर फिल्टर का निर्माण कराया गया था, लेकिन वो भी आज तक चालू नहीं हो पाया है.

भटगांव नगर पंचायत में प्रतीक्षा बस स्टैंड, खेल मैदान, बाजार हाट और पुष्प वाटिका सहित शासकीय कन्याशाला भवन और गुमटी ठेला का निर्माण कराया गया है. इसमें लगभग सभी का निर्माण हुए 12 साल से ज्यादा हो रहा है, लेकिन इसमें एक का लोकापर्ण नहीं हो पाया है. कई भवन तो लोकार्पण की राह देखते-देखते ही जर्जर हो गया है.

बलौदा बाजार: भटगांव शहर 1995 में नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई. इससे पहले भटगांव में नगर पालिका प्रशासक द्वारा यहां शासन चलाया जा रहा था. 1995 में पहली बार नगर पंचायत के लिए हुए चुनाव में उपासीन बाई नवरंग यहां के पहली अध्यक्ष बनीं. शहर में कुल 15 वार्ड है. जिसमें 2011 की जनसंख्या के मुताबिक 10 हजार 371 लोग रहते हैं. वहीं 2014 के चुनाव के मुताबिक शहर में कुल 9 हजार 416 मतदाता हैं. इसमें 4817 महिला और 4599 पुरुष मतदाताओं की संख्या है. इस बार नगर पंचायत में अनुसूचित जाति के महिला के लिए आरक्षित किया गया है.

यहां लोकार्पण की राह देखते-देखते जर्जर हो गए कई भवन

भटगांव शहर के भीतर मूलभूत सुविधाओं में कमी के साथ महिला सुरक्षा बड़ा मुद्दा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले का सबसे भ्रष्ट नगर पंचायत भटगांव को कहा जा सकता है. लोगों ने बताया कि करोडों की लागत से बस स्टैंड का निर्माण तो किया गया है, लेकिन आज तक यहां कोई बस संचालित नहीं हो पाई है. शहर में लाखों की लागत से स्कूल भवन का भी निर्माण किया गया, लेकिन लोकार्पण की राह देखते-देखते स्कूल भवन भी जर्जर हो गया.

शहर में पेजयल के साथ नाली की बडी समस्या है. हालांकि पानी की समस्या को देखते हुए जल आवर्धन योजना के तहत वाटर फिल्टर का निर्माण कराया गया था, लेकिन वो भी आज तक चालू नहीं हो पाया है.

भटगांव नगर पंचायत में प्रतीक्षा बस स्टैंड, खेल मैदान, बाजार हाट और पुष्प वाटिका सहित शासकीय कन्याशाला भवन और गुमटी ठेला का निर्माण कराया गया है. इसमें लगभग सभी का निर्माण हुए 12 साल से ज्यादा हो रहा है, लेकिन इसमें एक का लोकापर्ण नहीं हो पाया है. कई भवन तो लोकार्पण की राह देखते-देखते ही जर्जर हो गया है.

Intro:नगर पंचायत भटगांव परिचय - भटगांव 1995 में नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आया, इससे पहले यहा नगर पालिका प्रशासक के द्वारा शासन चलाया जा रहा था. यहां पहली बार चुनाव 1995 में हुआ जिसमे श्रीमती उपासीन बाई नवरंग नगर भटगांव के पहले अध्यक्ष बने. 15 वार्ड के इस नगर पंचायत की जनसंख्या 2011 की जन गड़ना के अनुसार 10371 है. और 2014 के चुनाव के अनुसार यहां 9416 मतदाता है. जिसमें 4817 महिला तो 4599 पुरूष मतदाता है,नगर में समस्याओं की कोई कमी नहीं है,वर्तमान में सीटों के आरक्षण के बाद ये नगर पंचायत अजा महिला के लिए आरक्षित हो गया है.
Body:मुद्दे - भटगांव में मुद्दे की कमी नही है लेकिन हर बार की तरह इस बार भी विकास की मुद्दे इस नगर में आगे है. और बात करे तो महिला की सुरक्षा एवं महिलाओं की समस्याओ का हल यह मुद्दा इस बार की नगर पंचायत चुनाव में आगे रहेगा.

समस्या - नगर पंचायत भटगाव में समस्याओं का लंबा सूची है. जिले का सबसे भ्रष्टाचार भी नगर पंचायत कह सकते है क्युकी यहा. करोडो के लागत से बस स्टैंड का निर्माण हुआ है लेकिन आज तक संचालित नही हों पाया, लाखो की लागत से स्कूल भवन का निर्माण हुआ है लेकिन बीना लोकार्पण के पूरी तरह से जर्जर हों चुका है. यही नही यहा की सबसे बड़ी समस्या है पीने की साफ पानी जिसको देखते हुये लाखो की लागत से जल आवर्धन योजना के तहत वाटर फिल्टर का भी निर्माण किया गया है लेकिन आज तक चालू नही हों पाया कुल मिला के देखा जाएं तो बलौदाबाजार जिला के नगर पंचायत भटगांव में प्रतीक्षा बस स्टैंड, खेल मैदान , बाजार हाट तथा पुष्प वाटिका सहित शासकीय कन्याशाला भवन और गुमटी ठेला निर्माण किया गया है लेकिन इन सभी का निर्माण लगभग 12 वर्ष से अधिक होने को है जो नगर के लोगों को लाभ नही मिलने से जर्जर और खंडहरों में तब्दील हो रहा है.

मांग - नगर भटगांव वासियों का प्रमुख माग है की नगर में उप तहसील होना चाहिऐ, रोड में डिवाइडर होनी चाहिऐ, इस नगर में एक भी गार्डन नही है यह मांग भी प्रमुख है साथ ही साथ महाविद्यालय में आहात निर्माण एवं आईटीआई की मांग है.


प्रमुख दावेदार - भटगांव नगर पंचायत के अजा महिला के लिए आरक्षित होने के बाद यहां दावेदार सक्रिय हो गए है, बात की जाएं भाजपा की तो यहा बबीता कुर्रे जोकि वर्तमान में अध्यक्ष टाईगर कुर्रे की पत्नी है, सुखम बाई नारंग, स्नेह लता सायतोरे वही बात की जाएं कांग्रेस की तो प्रबल दावेदार में दुर्गा राजकुमार सोनवानी, देवकुमारी कमलेश कूर्रे, दुर्गेश्वरी रामा हिरवानी का नाम आगे आ रहे है.Conclusion:
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